गैरसैंण। गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित होने के बाद पहली बार विधान सभा परिसर भराड़ीसैंण में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत तिरंगा फहरायेंगे और फिर भराड़ीसैंण में रात्रि प्रवास के बाद 16 की प्रातः पैदल वीरचंद्र सिंह गढ़वाली के समाधि स्थल कोदियाबगड़ दूधातौली भी जायेंगे।
इसकी जानकारी देते हुए क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि पूर्व में भी हर साल भराड़ीसैंण में गणतंत्र व स्वतंत्रता दिवस
पर तिरंगा फहराया जाता रहा है। पूर्व में 2015 से रैतिक परेड शुरू की गई, लेकिन मौसम की विपरीत परिस्थितियों के कारण गत तीन सालों से रैतिक परेड नहीं हुई है। इस साल यदि मौसम ने साथ दिया तो आम जनता को गौरवान्वित कराने वाली रैतिक परेड देखने का अवसर प्राप्त हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि मौसम की अनुकूल परिस्थिति होने पर मुख्यमंत्री 16 अगस्त को प्रातः 10 किलोमीटर दूर वीर चंद्रसिंह गढ़वाली की समाधि स्थल कोदियाबगड़ दूधातौली भी जायेंगे। वन क्षेत्राधिकारी प्रदीप गौड़ ने बताया कि भराड़ीसैंण से कोदियाबगड़ की ओर 5 किलोमीटर वन मोटर मार्ग तथा 5 किलोमीटर पैदल वन मार्ग हैै।