नीट 2021 में इस बार बलूनी पब्लिक स्कूल के छात्रों की भी बादशाहत रही। बलूनी पब्लिक स्कूल के 12 छात्र-छात्राओं ने इस बार नीट परीक्षा पास कर मेडिकल के लिए क्वालीफाई किया है। इनको 9वीं और 12वीं कक्षा से ही स्कूली पढ़ाई के साथ ही कोचिंग के लिए तैयार किया जा रहा था। इन छात्रों का कहना है कि बलूनी पब्लिक स्कूल में टीचर्स के मार्गदर्शन, पीरियोडिक टेस्ट और टाइम मैैनेजमेंट से उनके नीट की राह प्रशस्त हुई।
इसके तहत छात्रों को 9वीं कक्षा से ही स्कूली शिक्षा के साथ कोंिचंग भी दी जाती है। संस्थान के एमडी विपिन बलूनी के अनुसार आज बच्चे को अधिक ज्ञान चाहिए। स्कूली कोर्स सीमित है जबकि दिनों दिन कठिन होती प्रतिस्पर्धा में बेहतर छात्रों में से भी बेहतरीन का चुनाव किया जाता है। ऐसे में बलूनी ग्रुप ने तय किया कि बच्चों को 9वीं कक्षा से ही मेडिकल और इंजीनियरिंग के लिए तैयार किया जाएं। इसके सुखद परिणाम आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि संस्थान के गर्वित सती, विपुल पॉल और ध्रुव देवरारी इसी प्रोग्राम के हिस्सा थे। तीनों ने बारहवीं कक्षा के साथ ही नीट परीक्षा पास कर ली है।
उनके अनुसार स्कूलिंग के साथ ही कोचिंग का लाभ मिला। उसके मुताबिक चेयरमैन डा. नवीन बलूनी और एमडी विपिन बलूनी हर बच्चे की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। कोरोना काल में कई बच्चे फीस नहीं दे सके, इसके बावजूद उनकी कोंिचंग में कोई व्यवधान नहीं आया। सुपर-50 के अलावा भी कई बच्चे ऐसे हैं जो बलूनी कोचिंग में निशुल्क पढ़ रहे हैं।
बलूनी पब्लिक स्कूल के छात्र विपुल पाल ने 619, रितु कठैत ने 618, नविता सुयाल ने 618, गुंजन ने 611, गर्वित सति ने 592, स्मिता बिष्ट ने 582, ध्रुव देवरारी ने 576, हर्षित रावत ने 569, ऐमी सजवान ने 561, हिमान्शु नौटियाल ने 557, भुवी सिंह ने 539, मनीष नौटियाल ने 527 अंक प्राप्त कर नीट में सफलता पाई है।
संस्थान के प्रबंध निदेशक विपिन बलूनी ने रिकॉर्ड संख्या में हुए सलेक्शन के लिए अनुभवी शिक्षकों के उचित मार्गदर्शन और छात्र-छात्राओं की मेहनत को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि संस्थान में बेहद अनुभवी शिक्षक अपडेटेड पाठ्य सामग्री, बेहतरीन कोचिंग, गुणवत्तापरक माहौल और छात्र-छात्राओं की मेहनत पर फोकस किया जाता है, जिससे साल-दर-साल परिणाम बेहतर होते जा रहे हैं।












