प्रकाश कपरूवाण
चमोली। जनपद चमोली में मंगलवार को 195 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटिव मिली। स्वास्थ्य विभाग ने सभी संक्रमितों का इलाज शुरू कर दिया है। जिले में अब तक 9203 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। जिसमें से 6896 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं और 2093 केस एक्टिव हैं।
जनपद में 18 से 44 उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन कार्य चल रहा है। अब तक 9080 लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। मंगलवार को 851 लोगों का टीकाकरण हुआ। जिसमें पीजी काॅलेज गोपेश्वर में 109, पीजी कालेज कर्णप्रयाग से 91, स0शिशु मन्दिर थराली से 97, घाट में 94, नारायणबगड से 91, गैरसैंण में 94, देवाल से 90, जोशीमठ से 91, पोखरी से 94 लोगों का वैक्सीनेशन किया गया।
कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन सभी जरूरी कदम उठा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा जनपद वासियों को संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी रखने एवं मास्क पहनने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। जिलाधिकारी के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए जा रहे है। जिला अस्पताल सहित गौचर, कर्णप्रयाग एवं जोशीमठ में रैपिड एंटीजन तथा ट्रू.नाॅट मशीन से भी कोविड टेस्ट किया जा रहा है। मंगलवार को 1994 व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। जिले से अभी तक 135001 व्यक्तियों के सैंपल की जांच की गई। जिसमें से 125798 सैंपल नेगेटिव तथा 9203 सैंपल पाॅजिटिव मिले और 684 लोगों की रिर्पोट आनी बाकी है।
स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल टीमें गांव गांव जाकर कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल ले रही है। सोमवार को स्वास्थ्य टीमों ने विभिन्न गांवों से 1155 ग्रामीणों के सैंपल लिए। गौचर बैरियर पर अब तक 1681ए गैरसैंण बैरियर पर 878 तथा ग्वालदम बैरियर पर 68 लोगों का रैपिड एंन्टीजन टेस्ट किया जा चुका है। कोविड संक्रमण के उपचार के लिए 62 मरीजों अभी कोविड सेंटर में भर्ती है। इसके अलावा 1179 मरीजों को होम आइसोलेट किया गया है। गांव में आशाए आंगनबाडी तथा ग्राम प्रधानों के माध्यम से होम आइसोलेट लोगों के स्वास्थ्य संबधी देखभाल की जा रही है। ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीमों द्वारा भी विभिन्न क्षेत्रों से कोरोना संक्रमण पर निगरानी रखी जा रही है।
कोविड संक्रमण के अधिक मामले मिलने पर जिले में अभी 14 विभिन्न स्थानों पर कन्टेनमेंट जोन बनाकर बैरिकेटिंग की गई है। कन्टेनमेंट जोन में फलए दूध सब्जी आदि दैनिक वस्तुओं की सप्लाई की जा रही है इसके लिए पास जिला पूर्ति अधिकारी को नोडल बनाया गया है। कन्टेनमेंट जोन में लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण के साथ नियमित सेनेटाइजेशन भी किया जा रहा है और संबधित एसडीएम माध्यम से इसकी माॅनिटरिंग की जा रही है।












