हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली।2026 में आयोजित होने वाली श्री नंदादेवी राजजात यात्रा को पारंपरिक एवं विधि-विधान से आयोजित किए जाने का सर्वसम्मति से निर्णय
लिया गया हैं। यात्रा के दौरान नंदकेशरी से बधाण की नंदा देवी के द्वारा यात्रा की अगवानी किए जाने,कुरूड से प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली नंदा लोकजात यात्रा के सभी पड़ावों को भी राजजात यात्रा में सम्मिलित किए जाने सहित 9 प्रस्ताव पारित किए गए।
नंदा सिद्धपीठ देवराड़ा थराली में राजजात समिति के अध्यक्ष प्रो. राजेश कुंवर की अध्यक्षता में परगना चांदपुर,बधाण एवं नंदाक के नागरिकों ,चौदह सयानों व जनप्रतिनिधियों की एक संयुक्त बैठक आयोजित हुई जिसमें कुरूड़ मंदिर समिति के अध्यक्ष नरेश गौड़ ने प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली नंदा लोकजात यात्रा के सभी पड़ावों को नंदा राजजात के मानचित्र में प्रदर्शित करने एवं इन पड़ावों पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव रखा जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। बैठक में कहा गया कि नंदकेशरी से आगे की यात्रा की अगवानी बधाण की नंदा देवी का डोला करेगी जबकि लाटू धाम वांण से आगे की अगवानी लाटू देवता का निशान अगवानी करेंगी इसमें गढ़वाल एवं कुमाऊं के राजवंश के परिजन विधिवत आगे बढ़ेंगे। गढ़वाल एवं कुमाऊं से यात्रा में सम्मिलित होने वाली त्यौरियों एवं निशानों को संस्कृति विभाग पंजीकृत करने का प्रस्ताव भी रखा गया। सिद्धपीठ देवराड़ा व कुरूड़ मंदिरों का सौंदर्यीकरण किए जाने, यहां पर आवासों का निर्माण करते हुए सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने, राजजात समिति चमोली में बधाण, नंदाक,दशोली आदि मंदिर समितियों को भी सामिल किए जाने, थराली के सोल क्षेत्र में त्रियोदशी का एक अतिरिक्त पड़ाव बूंगा गांव में बनाएं जाने, सरकार से सभी कार्यों की टोकन मनी तत्काल जारी करने, राजजात 2026 को लेकर आपसी गलतफहमियों को दूर करने पर विशेष बल दिया गया। बैठक में नंदा सिद्धपीठ कुरूड़ एवं देवराड़ा को पर्यटन मानचित्र में दर्शाने का प्रस्ताव भी पारित करते हुए कहा गया कि नंदा देवी राजजात समिति सर्वोच्च समिति हैं शासन एवं प्रशासन को इस समिति के प्रस्तावों को ही प्राथमिकता देनी चाहिए। बैठक में कहा गया कि राजजात यात्रा के लिए केवल 270 दिन ही बचे हुए हैं ऐसे में शासन, प्रशासन को यात्रा की तैयारियों को युद्ध स्तर पर शुरू कर देना चाहिये। बैठक में सर्वसम्मति से बैठक में पारित प्रस्तावों को जिला प्रशासन, उत्तराखंड शासन, सांसदों एवं विधायकों को भेजने का निर्णय लिया गया।
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इस बैठक में नंदा राजजात समिति के महामंत्री भुवन नौटियाल, कोषाध्यक्ष सुशील रावत, सदस्य डीडी कुनियाल, महानंद मैठाणी, पृथ्वी सिंह रावत,देवराड़ा मंदिर समिति के अध्यक्ष भुवन हटवाल, सहसचिव चरण सिंह रावत,कोषाध्यक्ष मोहन प्रसाद देवराड़ी,मनसा राम गौड़, त्रिलोक सिंह रावत, नरेन्द्र सिंह भंडारी, गोविंद सिंह भंडारी, बृजमोहन सिंह नेगी,लाटू मंदिर वांण के अध्यक्ष कृष्णा बिष्ट, गजपाल सिंह भंडारी, मनमोहन सिंह, पुजारी योगेश गौड़,पदमा देवी,जानकी देवी,हेमा देवी,गीता देवी, जयंती देवी, अनसूया प्रसाद सती,प्रेम फर्स्वाण, प्रेमशंकर रावत,भुवन विक्रम रावत आदि ने विचार व्यक्त किए। 3D












