उत्तरकाशी। उत्तरकाशी स्थित नेहरू प्रशिक्षण संस्थान निम के 28 प्रशिक्षुओं का एक दल द्रोपदी डांडा में नियमित प्रशिक्षण के लिए गया हुआ था। अचानक आए अभिलांच में यह दल फंस गया। आठ प्रशिक्षुओं को एनडीआरएफ ने रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया है। बीस प्रशिक्षुओं को लेकर कोई सूचना नहीं मिल पा रही है।
रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार ने हर संभव मदद का भरोसा दिया है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अभियान को तेज करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहत बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। बचाव कार्य में एनडीआरएफ, आईटीबीपी और निम के लोग जुटे हुए हैं।
द्रौपदी का डांडा पर्वत चोटी पर निम के 28 लोग नियमित प्रशिक्षण के लिए गए हुए थे। इसी दौरान हिमस्खलन हो गया। 22 सितबंर से द्रोपदी का डांडा-2 में निम के प्रशिक्षुओं का प्रशिक्षण शुरू हुआ था। पुलिस सूत्रों के अनुसार आठ को बचाया जा चुका है। बचाव कार्य में वायु सेना के दो हेलीकाप्टर लगे हुए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर प्रशिक्षुओं के फंसे होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना तथा स्थानीय प्रशासन की टीमें जुटी हुई हैं। तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।