फोटो–नृसिंह महायज्ञ के मुख्य पुरोहित आचार्य सत्यनारायण मुख्य यज्ञ कुंड मे आहुतियाॅ देते हुए,साथ मे महामण्डलेश्वर अभिषेक चैतन्य गिरी महाराज एंव मुख्य यजमान डा0प्रकाश डुगिराला ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। वेद मंत्रों से अग्नि को प्रज्जवलित कर अग्नि पूजा के बाद 31 कुुंडों में यज्ञ की विधिवत शुरूवात की गई। गौ पूजन के बाद अरिणीमंथन के दृश्य को देखने के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम मठांगण में उमड पडा।
भगवान बदरीविशाल की यात्रा के मुख्य पडाव जोशीमठ के पौराणिक नृसिंह मंदिर मठांगण मे 31कुंडीय यज्ञ का मंगलवार को अरणीमंथन के बाद विधिवत शुभांरभ हुआ। प्रात गौ पूजन व भगवान नृसिंह की पूजा के बाद वैदिक ब्राहमणों द्वारा अरणी मंथन का कार्यक्रम शुरू किया गया। वेद मंत्रो के साथ मंथन के बाद अग्नि को प्रज्जवलित कर मुख्य यज्ञ कुंड मे प्रवेश कराया गया। इसके बाद छः प्रकार की अग्नि की स्थापना हुई। और तब शुरू हुआ सभी 31यज्ञ कुंडो मे यज्ञ का विधिवत शुभारंभ। मंत्रो द्वारा अग्नि प्रज्जवलन के दृश्यों को देखने के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम मठांगण मे उमड पडा था।
अरणीमंथन के उपरांत मुख्य यजमान द्वारा ब्राहमणों का वरण किया गया। मुख्य पुजारी आचार्य सत्यनारायण जी के नेतृत्व मे वैदिक ब्राहमणों द्वारा विविध देवताओ के नामो का उच्चारण करते हुए आहुतियाॅ दी गई। यज्ञ निंरतर 17मई तक चलेगा। यज्ञ के दौरान आयोजन समिति द्वारा विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया हैं जिसमे प्रतिदिन एक हजार से डेढ हजार श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर रहे है। बदरीनाथ जाने वाले तीर्थयात्री भी भगवान बदरीविशाल के दर्शनो से पूर्व आद्य जगदगुरू शंकराचार्य द्वारा स्थापित भगवान नृंिसंह के दर्शनो की मान्य पंरपरा का निर्वहन करते हुए भगवान नृसिंह के दर्शनो के साथ यज्ञ मे भी शामिल हो रहे है।
जगदगुरू संन्यास आश्रम ऋषिकेश मे महामंडलेश्वर स्वामी अभिषेक चैतन्य गिरी जी महाराज के अनुसार ’’अष्टमुखागण्डेभेरूण्ड’’लक्ष्मी नृंिसहं महायज्ञ के दूसरे दिवस सबसे पहले गौ पूजन किया गया। जोशीमठ गाॅव से गौ माता व बछिया की ब्यवस्था हुई। और गौ पूजन प्रतिदिन किया जाऐगा। इसका मुख्य उदेश्य यह भी है कि देश व विदेश से पंहुचे कई श्रद्धालुओ जिन्होने दुकान से दूध लेकर उसका उपयोग किया वे भी गाय के महत्व को समझे व गौ वंश की रक्षा के लिए प्रेरित हो। उन्होने कहा कि इस यज्ञ मे बदरी-केदार मंदिर समिति के साथ स्थानीय गाॅववासियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। यज्ञ मे आहुतियाॅ देने के लिए भी गाॅव के लोग यज्ञ मे शामिल हो रहे है। महामण्डलेश्वर के अनुसार आयोजन समिति द्वारा प्रतिदिन किए जा रहे भंडारे मे करीब डेढ हजार श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर रहे है।
श्री लक्ष्मी-नृंिसहं महायज्ञ के दौरान जहाॅ महामण्डेलश्वर अभिषेक चैतन्य गिरी जी महाराज हिंदी व अंग्रेजी दोनो भाषाओ मे प्रवचन कर रहे है। वही भक्तिरस से ओत-प्रोत सांस्कृतिक झलक भी श्रद्धालुओ को प्रस्तुत की जा रही है। यज्ञ के दौरान विश्राम के समय स्थानीय महिलाओ की कीर्तन मंडली द्वारा भजनो का गायन किया जा रहा है।