विजय दिवस समारोह के तहत रविवार को विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्राओं ने प्रभातफेरी निकालकर शहीदों को श्रद्धांजली अर्पित की। इस दौरान खेल विभाग तथा सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास विभाग द्वारा क्रॉस कंट्री दौड़ का आयोजन किया गया। जिसके पुरुष ओपन वर्ग में कैलाश महर, प्रवेश राणा व सुरेश चौहान तथा महिला ओपन वर्ग में काजल राणा व गुलसबा ने जीत दर्ज की।
इस अवसर पर 1971 युद्ध पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन तथा नाटिका का मंचन भी किया गया। कलक्ट्रेट परिसर स्थित प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में वर्ष 1971 युद्ध में शहीद होने वाले जिले के इकलौते सैनिक सुंदर सिंह को आईटीबीपी, पुलिस व एनसीसी के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर श्रद्धांजली अर्पित की। जिसके बाद सीडीओ प्रशांत आर्य आदि अधिकारियों ने शहीद सुंदर सिंह के चित्र में माल्यार्पण कर उनकी पत्नी अमरा देवी को सम्मानित किया।
कार्यक्रम के दौरान सैनिक कल्याण व पुनर्वास विभाग के अधिकारी डीडी पंत ने बताया कि 13 दिनों तक चले इस भीषण युद्ध में प्रदेश के 255 जवान शहीद हुए थे। इनमें डुंडा ब्लॉक के पटारा गांव निवासी गार्ड्स मैन सुंदर सिंह भी शामिल थे। हालांकि जिले के इस शहीद की तस्वीर कई दशकों तक उपलब्ध नहीं थी। जिस कारण प्रति वर्ष बिना तस्वीर के ही उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की जाती थी। लेकिन 47 साल बाद विभाग ने उनकी तस्वीर को ढूंढ निकाला है।
शादी के बाद पहली बार पति की तस्वीर देखकर उनकी पत्नी अमरा देवी अपनी आंसू नहीं रोक पाई, वर्ष 1971 में भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए गाडर्समैन सुंदर सिंह की पत्नी 65 वर्षीय अमरा देवी ने बताया कि वर्ष 1971 में उनकी शादी हुई थी और शादी के दो-तीन दिन बाद पति अपनी ड्यूटी पर चले गए। इसके बाद केवल उनके शहीद होने की खबर ही मिली।