जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के मार्गनिर्देशन से जनपद में संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे है। चिकित्सकों द्वारा होम आइसोलेशन में रखे मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं चिकित्सा परामर्श दिया जा रहा है। घर-घर आइवरमेक्टिन वितरण कार्य जारी है। वही जिले में वैक्सीनेशन का कार्य भी सुचारू ढंग से चल रहा है। चलने में असमर्थ एवं बुजुर्ग लोगों को उनके घर पर ही एएनएम व आशा के माध्यम से टीका लगवाया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने सभी नागरिको से बाजरों में भीडभाड से बचने, शारीरिक दूरी रखने, मास्क पहनने तथा गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करने की अपील की है। आगाह किया कि कोरोना के मामले कम जरूर हो रहे है लेकिन इसमें लापरवाही करना काफी नुकसानदायक हो सकता है। सभी कोविड सतर्कता नियमों का पालन करना करें।
कोविड की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य टीमें सुदूरवर्ती गांव क्षेत्रों तक कोरोना जांच में जुटी है।
अभी तक स्वास्थ्य टीमों द्वारा 525 गांवों में जाकर 25981 लोगों की सैंपल जांच किए गए। गौचर बैरियर पर अब तक 3260, गैरसैंण बैरियर पर 1673 तथा ग्वालदम बैरियर पर 144 लोगों का रैपिड एंन्टीजन टेस्ट किया गया। शनिवार को जिले से 810 सैंपल जांच के लिए भेजे गए। कोविड अस्पताल में 19 तथा होम आइसोलेशन में 242 मरीजों का उपचार किया जा रहा है। ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीमों द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण पर निरतंर निगरानी रखी जा रही है।
पीपलकोटी के अगथला और स्यूंण गांव में कन्टेनमेंट जोन अभी यथावत है। कन्टेनमेंट एरिया में दैनिक वस्तुओं की नियमित सप्लाई सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए जिला पूर्ति अधिकारी को नोडल बनाया गया है। कन्टेनमेंट जोन में लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण, सेनेटाइजेशन एवं अन्य संबधित कार्यो की एसडीएम स्वयं माॅनिटरिंग कर रहे है। जिले में कोरोना संक्रमण में कमी आने के बाद भी जिला प्रशासन कोविड नियमों का सख्ती से पालन कराने में जुटा है। कोविड नियमों के उल्लंघन करने पर अब तक 11823 व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई गई है।












