दिनांक 09 नवम्बर, 2025
आज दिनांक 09 नवम्बर, 2025 को उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर आम आदमी पार्टी उत्तराखंड ने प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में विशेष कार्यक्रम आयोजित
किया जिसमें प्रदेश के कोने कोने से सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ 08 नवंबर ल, 2025 को पार्टी के उत्तराखंड सहप्रभारी श्री युवराज भारद्वाज ने ऋषिकेश (गुमानीवाला) स्थित शहीद स्थल पर उत्तराखंड के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ किया। तत्पश्चात गैरसैंण के लिए प्रस्थान किया।
09 नवम्बर, 2025 को सुबह गैरसैंण स्थित अमर शहीद वीर चंद्रसिंह गढ़वाली की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया तथा उत्तराखंड के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उत्तराखंड सहप्रभारी श्री युवराज भारद्वाज जी ने राज्य के गठन की मूल भावना और आंदोलनकारियों के सपनों पर बात करते हुए इस बात पर दुःख व्यक्त किया कि राज्य गठन के पच्चीस साल पूरे होने तक भी उत्तराखंड विकास की दौड़ में बहुत पीछे रह गया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, यातायात के साधन, इंटरनेट और संचार, औद्योगिक विकास की दृष्टि से पिछड़ापन; मैदानों और शहरों की ओर पलायन, प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप, संसाधनों का अनैतिक दोहन, अवैज्ञानिक और अदूरदर्शी ढंग से हो रहा निर्माण, आपराधिक घटनाएं, कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति आदि पर अपना रोष व्यक्त करते हुए प्रदेश की जनता का आह्वान किया कि दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर आम आदमी पार्टी की ईमानदार और पारदर्शी राजनीति और सुशासन को उत्तराखंड में स्थापित करने के लिए आगे आए और आम आदमी पार्टी को राज्य में तीसरे विकल्प के रूप में स्वीकार करे।
उत्तराखंड के शासन प्रशासन में गहराई तक फैले भ्रष्टाचार, माफियाराज; जमीनों, वन-संपदा, खनिज संपदा और संसाधनों की लूटपाट; आपराधिक घटनाओं, कानून व्यवस्था की जर्जर स्थिति, प्रशासनिक निरंकुशता, शिक्षा व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्गति, बेरोजगारी, पर्वतीय क्षेत्रों से लगातार हो रहे पलायन आदि के कारण त्राहि-त्राहि कर रही देवभूमि उत्तराखंड की जनता को मुक्ति दिलाने हेतु जन-जागरण अभियान चलाने और जन-आंदोलनों के माध्यम से राज्य की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करवाने का संकल्प लेते हुए आम आदमी पार्टी उत्तराखंड ने एक 11-सूत्रीय संकल्प-पत्र जारी किया
कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में इसे हर हाल में पूरा करने की शपथ ली।
*इस 11-सूत्रीय संकल्प-पत्र में निम्नलिखित बिन्दु:-*
1- राज्य मे व्याप्त माफिया राज, भ्रष्टाचार, और कमीशनखोरी को ख़त्म करने के लिए व्यापक आंदोलन किया जाएगा;
2- राज्य की चरमरा रही शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करवाएंगे तथा प्राइवेट स्कूलों मे चली आ रही लूट को बंद करने हेतु राज्य के अभिभावकों के साथ मिलकर जन आंदोलन करेंगे;
3- राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने और उसे आधुनिक बनाने की दिशा में कार्य करेंगे;
4- सालों से चली आ रही ठेकेदारी प्रथा को ख़त्म कर अन्य रिसोर्सिस के (अर्ध सरकारी) कर्मचारियों जैसे उपनल, संविदा, पी.आर.डी., 108 सेवा के कर्मचारियों, आशा कर्त्रियों और आंगन बाड़ी कर्मचारियों को स्थाई सेवा में नियोजित करवाए जाने के लिए सघन आंदोलन किया जाएगा;
5- राज्य के जल संसाधन को संरक्षित करने एवं सुचारू प्रबंधन के लिए नीति बनवाई जाएगी; राज्य की वन-संपदा को सुरक्षित करने हेतु एक प्रभावी वन-नीति बनवाई जाएगी; तथा खेती योग्य जमीन को उपजाऊ व उत्पादक बनाने और भूमि-प्रबंधन के लिए जन-आंदोलन करेंगे;
6- उत्तराखंड की हजारों करोड़ रुपए की परिसंपत्तियों को उत्तर प्रदेश के कब्जे से छुड़ाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे तथा जन आन्दोलन खड़ा करेंगे;
7- राज्य के पहाड़ी जनपदों के किसानों की कृषि-भूमि और बाग बगीचों को जंगली जानवरों द्वारा किए जाने वाले नुकसान से बचाने हेतु तारबाड़ करवाने तथा जमीनों की चकबंदी के लिए सख्त कानून बनाने के लिए आंदोलन करेंगे;
8- उत्तराखंड राज्य की धरोहर गंगा, यमुना जैसी बड़ी नदियों के साथ अन्य नदियों के पानी पर हजारों छोटी-छोटी जलविद्युत परियोजनाएं स्थापित करने की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे;
9- राज्य के अंदर स्थापित निजी क्षेत्र के उद्योगों और अर्धसरकारी संस्थानों में राज्य के 70% युवाओं को शत-प्रतिशत रोजगार व नौकरी की मांग पूरी करवाने के लिए आंदोलन करेंगे;
10- राज्य की कानून और ट्रैफिक व्यवस्था बुरी तरह चरमराई हुई है| इसके लिए दिल्ली की तर्ज पर ऑड-ईवन जैसी नीति बनवाने तथा नियमन के लिए सशक्त कानून बनाने के लिए आंदोलन करेंगे;
11- राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण करने तथा उन्हें हर प्रकार की सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए एक सशक्त एवं पारदर्शी कार्ययोजना तैयार करवाएंगे; गैरसैंण में राज्य आंदोलन के शहीदों की स्मृति में एक वृहद संग्रहालय और सामूहिक स्मारक स्थल बनाने के लिए सघन प्रयास करेंगे
उपरोक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर युवराज भारद्वाज प्रदेश सह – प्रदेश प्रभारी रहे तथा अध्यक्षता श्री चंद्रशेखर भट्ट (पूर्व प्रदेश अध्यक्ष) द्वारा की गई तथा संचालन डी. के. पाल (पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री) द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में सर्व श्री डी. एस. कोटलिया (पूर्व प्रदेश संगठन महासचिव), प्रेम सिंह (पूर्व प्रदेश अध्यक्ष), श्याम बाबू पाण्डेय (पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व प्रदेश कोषाध्यक्ष), श्यामलाल नाथ (पूर्व संयुक्त सचिव), अशोक सेमबाल, (पूर्व जिलाध्यक्ष देहरादून), दुष्यंत महारथी (पूर्व जिलाध्यक्ष रुड़की), चंद्रप्रकाश पुनेड़ा (पूर्व प्रदेश प्रवक्ता), ओम प्रकाश मिश्रा, सुरेंद्र शर्मा (पूर्व संयुक्त सचिव), सुभाष व्यापारी (पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, बंगाली मोर्चा), जसपाल सिंह, मंजू शर्मा, जितेन पंत, यामिनी आले, प्रवीण कुमार, अनिल सती, अजय भट्ट, आकेश भट्ट, शैलेश तिवारी, सी.पी. सिंह, राव तनवीर, रविंद्र कुमार संजय क्षेत्री, पंजाब सिंह आदि उपस्थित रहे।












