थराली से हरेंद्र बिष्ट।
विकासखंड देवाल के अंतर्गत ल्वाणी गांव के पिलखड़ा में नंदा देवी लोकजात यात्रा के आगमन की पूर्व संध्या पर आयोजित राजराजेश्वर सांस्कृति संरक्षण एवं विकास मेले में नंदा देवी के संदर्भ में प्रस्तुत झोड़ा, चांचरी,भजन,लोक गीतों के साथ ही नृत्यों ने नन्दा भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
पिछले 15 वर्षों से देवाल विकासखंड के अंतर्गत ल्वाणी गांव के अंतर्गत राजराजेश्वर मंदिर परिसर पिलखड़ा में आयोजित होने वाले मेले राजराजेश्वर सांस्कृति संरक्षण एवं विकास समिति के बैनर तले गुरुवा एवं शुक्रवार की रात्रि में स्थानीय महिला मंगल दलों,स्कूली छात्राओं के साथ ही राज्य के प्रसिद्ध लोक कलाकारों के द्वारा नंदा,गौरा पर आधारित कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जिन पर उपस्थित नन्दा भक्त जम कर झूमे। इस मेले का उद्घाटन करते हुए बतौर मुख्य अतिथि देवाल के ब्लाक प्रमुख दर्शन दानू ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम लोक संस्कृति को बचाने के साथ ही उसके प्रचार-प्रसार का एक बड़ा माध्यम है। ऐसे मेले आयोजित किए जाने चाहिए।
उन्होंने युवाओं से अपनी लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आगे आने की अपील करते हुए, सरकार के द्वारा युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की योजनाओं में प्रतिभाग करने की अपील की। इस मौके पर बतौर विशिष्ट अतिथि कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री हरीकृष्ण भट्ट, जिलाध्यक्ष विरेन्द्र सिंह रावत एवं थराली नगर पंचायत के पार्षद हरीश पंत ने कहा कि आज जब युवा वर्ग अपनी महानतम लोक संस्कृति से विमुख हो कर पाश्चात्य संस्कृति की ओर आकर्षित हों रहा हैं तों ऐसे समय में निश्चित ही सांस्कृतिक मेले ही इस संस्कृति को बचाने में सहायक साबित हो सकतें हैं।इस ओर सरकार के साथ ही बद्वजीवी वर्ग को आगे आना होगा।
उन्होंने इस आयोजन के लिए आयोजन कमेटी को बधाई दी।इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष महावीर बिष्ट ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि 2005 से नंदा लोकजात यात्रा की पूर्व संध्या पर इस का आयोजन होता आ रहा हैं। पिछले वर्ष कोविड 19 के कारण मजबूरन इस धार्मिक एवं सांस्कृतिक मेले को स्थगित करना पड़ा। बताया कि ग्रामीणों के द्वारा अपने संसाधनों से ही इस आयोजन किया जाता हैं।
इस मौके पर पूर्व प्रमुख उर्मिला बिष्ट, प्रधान संघ अध्यक्ष राजेन्द्र बिष्ट, जिपंस कृष्णा बिष्ट, भाजपा नेत्री नंदी कुनियाल, मंडल महामंत्री उमेश मिश्रा, गारवेंट कांट्रेक्टर नीरज मिश्रा, पंचायत प्रतिनिधि पुष्कर फर्स्वाण, अरविंद भंडारी,पान सिंह तुलेरा,जसवंत कुंवर, रणजीत सिंह, किशोर घुनियाल,प्रमोद बागड़ी,कलम पटाकी, महिपाल बिष्ट, कुंदन भंडारी, मोहन दानू, हुक्म सिंह दानू, वरिष्ठ अध्यापक डॉ कृपाल भंडारी, सुरेश कुनियाल आदि ने विचार व्यक्त किए। जबकि सैकड़ों की संख्या में मौजूद दर्शनार्थियों का आयोजन कमेटी के कोषाध्यक्ष भूपाल सिंह, संरक्षक बिमला देवी, दर्शन बिष्ट, दीपक बिष्ट,लक्ष्मण सिंह, नरेंद्र बिष्ट,मान सिंह बिष्ट, सुरेंद्र सिंह,कमला देवी आदि ने स्वागत किया।
मेले में प्रस्तुत अध्यापक एवं गायक कार मुरली मनोहर उप्रेती के द्वारा प्रस्तुत ”शिवजी कैलाश रैंदा, भोले बाबा कैलाश रेंदे” स्थानीय गायक कार कुंदन बिष्ट के द्वारा प्रस्तुत ” हीटों रे हीटों,मेल लगी जा पिलखड़ा गांव मां” कुमाऊनी गायक सकुंतला रमोला के द्वारा प्रस्तुत ” नंदा सुनंदा दैणी होई जाई” सौरभ मैठाणी के द्वारा ” तू रेंदी मां ऊंचा पहाड़ों में” के साथ ही लोक गायक दर्शन फर्स्वाण, गिरीश सनवाल, दीपक पंवार, भावना दानू के साथ ही महिला मंगल दल ल्वाणी, उलंग्रा आदि द्वारा नंदा भगवती,शिव पर आधारित प्रस्तुतियों को खूब सराहा गया।