फोटो– वाईपास के विरोध मे तीसरे दिन धरने पर बैठे आंदेालनकारी ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। जोशीमठ के अस्तित्व को बचाने के लिए शुरू हुआ आंदोलन तीसरे दिन भी जारी रहा। वाईपास निर्माण के विरोध मे लोग क्रमवार तहसील मुख्यालय पंहुचकर धरना दे रहे है।
जोशीमठ को कट आफॅ कर दस किमी0पूर्व हेलंग नामक स्थान से एक वाईपास सडक का निर्माण प्रस्तावित है। जिसका विरोध सीमांत क्षेत्र के लोग वर्ष 1991 से ही करते आ रहे है। लेकिन पूर्ववर्ती किसी भी केन्द्र सरकार ने जनभावनाओ के विपरीत सडक निर्माण की हिम्मत नही जुटाई। लेकिन अब आॅल वैदर रोड के नाम पर जोशीमठ की अनदेखी कर वाईपास निर्माण की कार्यवाही की जा रही हैं। जिसकी भनक लगते ही जोशीमठ की शांत वादियो मे एकाएक उबाल आ गया। शीत मौसम व बर्फबारी के बाद भी स्थानीय लोग अपने अस्तित्व को बचाने के लिए निंरतर संघर्ष कर रहे है।
इस बीच सत्ता पक्ष भाजपा के नेता भी अपने-अपने स्तर से वाईपास निर्माण को रोकने की पैरवी मे जुट गए है। बदरीनाथ के विधायक पहले ही कह चुके है कि वे वाईपास के मामले मे जोशीमठ के साथ है। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने पीएमओ व एमओआरटीएच को पत्र भेजकर वार्ता का समय निर्धारण का आग्रह कर चुके है। समय मिलते ही श्री थपलियाल भी दिल्ली पंहुचकर मंदिर समिति की ओर से मान्य धार्मिक पक्ष मजबूती से रखेगे।
इधर स्थानीय स्तर पर जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के वैनर तले पूरे क्षेत्र को लोंग प्रतिदिन जुलूस/प्रदर्शन कर तहसील मुख्यालय पंहुचकर क्रमिक धरना दे रहे है। धरना कार्यक्रम मे सभी दलों के प्रतिनिधि भाग ले रहे है।
क्रमिक धरने के तीसरे दिवस गाॅधी नगर वार्ड के पूर्व सभासद लक्ष्मी लाल व ललिता देवी के अलावा लोअर बाजार वार्ड के गौरव नंबूरी, पूर्व सैनिक प्रदीप भटट, बीरेन्द्र सिह नेगी,,सहित अनेक लोग धरने पर बैठे। जबकि जुलूस प्रदर्शन मे ब्यापार संघ के संरक्षक माधव प्रसाद सेमवाल, उद्यांेग ब्यापार मंडल के तहसील अध्यक्ष श्रीराम डिमरी, होटल एशोसिएशन के उपाध्यक्ष सुभाष डिमरी, रजनीश पंवार, कांग्रेस नगर अध्यक्ष रोहित परमार, मुकेश शाह, मीना डिमरी, विजय डिमरी, व सुखदेव पैनख्ंाडी सहित अनेक लोग मौजूद रहे।