फोटो- आल वैदर रोड को लेकर धरना 83वें दिन भी जारी रहा।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। आल वैदर रोड निर्माण को लेकर धरना जारी। 83वें दिवस में पंहुचा धरना/प्रदर्शन।
चारधाम परियोजना के तहत प्रदेश के चारो धामो को जोडने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा आॅल वैदर रोड का निर्माण कराया जा रहा है। लेकिन इस महत्वाकांक्षी योजना से आद्य जगदगुरू शंकराचार्य की तपस्थली ज्योर्तिमठ-जोशीमठ केा अलग-थलग करने के लिए जोशीमठ से 13किमी0 पहले हेंलग नामक स्थान से एक कट आफॅ रोड का निर्माण कराने का कुच्रक्र रचा जा रहा है। जिसका सीमंात वासी वर्ष 1989-90 से ही विरोध करते आ रहे है। उस वक्त जब सीमांत वासियों को नही सुना गया तो वर्ष 1991 मे यहाॅ के जागरूक नागरिकों ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया। और तब से इस कट आफॅ रोड को निर्माण कार्य बद हो गया था। लेकिन अब चारधाम सडक निर्माण के साथ ही जिसे सीमांत वासी कट आफॅ रोड की संबा दे रहे है। सडक परिवहन मंत्रालय द्वारा इसे हेलंग वाईपास नाम दिया गया है। और वकायदा इसकी विज्ञप्ति जारी करते हुए जनसुनवाई की कार्यवाही भी कर ली गई।
हाॅलाकि जनसुनवाई के दौरान ही स्थानीय नागरिकों ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए इसका विरोध करते हुए कई प्रमाण भी प्रस्तुत किए। उसके वावजूद अभी तक किसी भी स्तर से कोई सकारात्मक कार्यवाही नही हो सकी। जिसके कारण सीमांतवासी आंदोलनरत हैं
आंदोलन के 83वें दिवस अतुल सती, जयप्रकाश भटट, भगवती प्रसाद कपरूवाण ,एमएस सिद्धीकी,मसलती मावडी, एडवोकेट अरूण कुमार साह, दिनेश पोखरियाल, विक्रम भुज्वाणं,, दीप चंद्र शर्मा ,एडवोकेट धूम सिंह रावत,बचन सिंह व माधव प्रसाद डिमरी आदि धरने पर बैठै।