फोटो- आल वैदर रोड को लेकर धरना 85वें दिन भी जारी रहा।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे का निमार्ण पूर्ववत जोशीमठ से होते हुए किए जाने की मांग को लेकर सीमांत क्षेत्र जोशीमठ के निवासियों का आंदोलन लगातार जारी। 85वें दिन बडी संख्या मे लोग धरना/प्रदर्शन मे शामिल हुए।
चारधाम सडक परियोजना के तहत चारों धामो को जोडने के लिए भारत सरकार द्वारा आॅल वैदर रोड का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन इस महत्वाकांक्षी परियोजना से आद्य जगदगरू शंकराचार्य की तपस्थली ज्योर्तिमठ-जोशीमठ का अलग-थलग कर जोशीमठ से 13किमी पहले ही हेलंग नामक स्थान से एक अलग कट आफॅ रोड की कवायद की भनक लगने के बाद सीमांत नगर जोशीमठ के नागरिक अपने अस्तित्व को लेकर बेहद चिंतित है। जोशीमठ नगर बदरीनाथ यात्रा का मुख्य पडाव वर्ष 1962-63 मे सडक निर्माण के बाद से ही नही अपितु अनादिकाल जब से बदरीनाथ की यात्रा पैदल होती थी तब से ही यह धार्मिक नगर यात्रा का मुख्य पडाव रहा है। पैदल यात्री भी बदरीनाथ के दर्शनो से पूर्व हेलंग से सिंहधार-नृसिह मंदिर मठांगण से विष्णुप्रयाग होते हुए ही बदरीनाथ पंहुचते थे। और सडक संपर्क होने के बाद भी यह प्रक्रिया बदस्तूर आज तक भी जारी है। लेकिन अब आॅल वैदर रोड के नाम पर इस प्राचीन धार्मिक नगरी को अलग-थलग करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसका सीमांत वासी पुरजोर विरोध कर रहे है।
सीमांतवासियों द्वारा जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के वैनर तले बीती दो सितबंर से लगतार आंदोलन किया जा रहा है। शादी-विवाह के सीजन व कडाके की ठंड के वावजूद एक दिन भी धरना प्रदर्शन स्थगित नही हुआ। और अब धरना/प्रदर्शन 85वें दिन मे प्रवेश कर गया है।
85वे दिवस अतुल सती, जयप्रकाश भटट, भगवती प्रसाद कपरूवाण ,रघुबीर सिह रावत,एडवोकेट अरूण कुमार साह, अंकित पंवार, मालती मावडी, ममता सिंहं,कमल सिह विष्ट, वेदप्रकाश पंत, राजेन्द्र लाल साह, पुष्कर लाल, मदन लाल, सभासद अमित सती,सरजीत सिह नेगी, योगनी यशोदा गिरजा माई,रधुबीर भंडारी, फकीरा सिंह दौडियाल, दिनश चंद्र, एमएस सिद्धीकी, राजेन्द्र सिह पोखरियाल,सुरेन्द्र सिह राणा, रमेश च्रद नौटियाल, रोहित परमार, रजनीश पवांर, पूर्व पालिकाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती ,पूरण विलंगवाल, गंगा दत्त मंमगाई, व अनूप नौटियाल सहित अनेक लोग धरने पर बैठे।