देहरादून। अंकिता हत्याकांड में मुख्य अभियुक्त पुलकित आर्य के अपराध की आंच अब उसके पिता और भाई तक भी पहुंच गई है। पुलकित के भाई अंकित आर्य को अन्य पिछड़ा वर्ग के उपाध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। अंकित आर्य को इस पद पर रहते हुए मिलने वाली हर अनुमन्य सुविधाएं समाप्त कर दी गई हैं। यह कार्य सीधे मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से हुआ है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखण्ड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग में नामित उपाध्यक्ष अंकित आर्य पुत्र विनोद आर्य निवासी स्वदेशी भवन, आर्य नगर, हरिद्वार को उत्तराखण्ड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग अधिनियम, 2003 अधिनियम संख्या 7 वर्ष 2003 की धारा 5 की उपधारा 3 च के तहत तत्काल प्रभाव से उक्त पद से पदमुक्त किया गया है।
प्रमुख सचिव श्री एल फैनई द्वारा इसका आदेश जारी कर दिया गया है। तदक्रम में अंकित आर्य को अनुमन्य सुविधाऐं भी तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं।
अंकिता हत्याकांड में विनोद आर्य और अंकित आर्य निष्कासित
दूसरी तरफ भाजपा ने अंकिता हत्याकांड में पुलकित आर्य की गिरफ़्तारी के बाद विनोद आर्य और उनके पुत्र डॉ अंकित आर्य को पार्टी से निष्काषित कर दिया है।
पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर यह कार्यवाही की गयी है।