01- हेमकुंड साहिब-लोकपाल पंहुचा सेना का दल।
02– हेमकुंड साहिब मार्ग से बर्फ हटाते सेना के जवान ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। अटलाकोटी ग्लेशियर को चीरते हुए सेना का दल हेमकुंड साहिब-लोकपाल पंहुचा। 25दिनों मे 14फीट बर्फ को साफ करने की चुनौती।
हेमकुंड साहिब-लोकपाल यात्रा के लिए महज 25दिन शेष रह गए है। हेमकुंड साहिब मे अभी भी करीब 14फीट बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है। सेना की दल ने घाॅघरिया से बर्फ हटाने का कार्य बीती 22अप्रैल को शुरू किया था। और बर्फ तथा ग्लेशियर हटाते हुए सेना का दल 12दिनों के बाद हेमकुंड साहिब-लोकपाल पंहुच सका। सेना के सामने सबसे बडी चुनौती अटलाकोटी ग्लेशियर को काटकर मार्ग बनाने की थी। जिसे सेना ग्लेशियर काटकर मार्ग आवाजाही के लिए तैयार कर दिया है।
सेना का चालीस सदस्यीय दल सूबेदार नेक चंद्र के नेतृत्व मे हेमकुंड साहिब पंहुच गया है। जहाॅ बर्फ हटाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। हेमकुंड साहिब दरबार व लक्ष्मण मंदिर-लोकपाल अभी पूरी तरह बर्फ से ढके है। सेना के सामने प्रकाशोत्सव एक जून से पूर्व हर हाल मे बर्फ साफ करना है। जिसके लिए सेना के जवान कडी मशक्कत कर रहे हैं।
बताते चले कि इस वर्ष भारी बर्फबारी के कारण हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट ने 25 मई के स्थान पर एक जून को हेमकुंड साहिब यात्रा शुरू करने का फैसला लिया था। लेकिन हेमकुंड साहिब मे अभी 14फीट तक बर्फ की मोटी परत जमी है।
हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्र्रबंधक सरदार सेवा सिंह के अनुसार सेना का चालीस सदस्य दल हेमकुंड पहंुच गया है। जिन्होने बर्फ काटते हुए हेमकुंड साहिब का एक दरवाजा खोल दिया है। अब दूसरे दरवाजे के समीप बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है। बताया कि सेना के सहयोग के लिए ट्रस्ट ने लंगर कर्मियो को भी हेमकुंड साहिब भेज दिया है।
श्री सेवा सिंह ने उम्मीद जताई कि अगले 20दिनो मे हेमकुंड साहिब से बर्फ हटाने का कार्य पूरा कर लिया जाऐगा। लेकिन अटलाकोटी ग्लेशियर प्वांइट जहाॅ अभी सिर्फ मार्ग आवाजाही के लिए तैयार किया गया है। वहाॅ अभी और ग्लेशियर के हिस्से को काटा जाना है। ताकि सुरक्षित यात्रा हो सके ।
