अल्मोड़ा। मादक पदार्थो की तस्करी को रोकने के लिए पुलिस ने व्यापक अभियान चलाया है। अभियान के तहत कसारदेवी में एक आरोपित के बैग से दो गुलदार की खाल बरामद की गई है।
जबकि, उसका साथी मौका देखकर फरार होने में कामयाब रहा। पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है। इधर, पुलिस अधीक्षक ने तस्करी करने वाले गैंग का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को ढाई हजार का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
पुलिस कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बेस चैकी प्रभारी उपनिरीक्षक संतोष देवरानी के नेतृत्व में एसओजी एवं पुलिस की संयुक्त टीम ने कसारदेवी तिराहा के पास दिवान सिंह पुत्र महिपाल सिंह निवासी लिगुंड़ता को चेंक करने पर उसके बैग में दो गुलदार की खाल बरामद हुई।
जबकि उसका दूसरा साथी हरीश मेहरा निवासी पथनिया नयाल कफड़खान अल्मोड़ा अंधेरे का लाभ उठाकर भाग गया। आरोपी के खिलाफ कोतवाली में वन्य जीव जंतु संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कर्रवाही शुरू कर दी है।
प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि दीवान सिंह व हरीश मेहरा निवासी पथनिया नयाल कफड़खान अल्मोड़ा धौलछीना क्षेत्र से गुलदारों की खालों को बेचने के लिये हल्द्वानी ले जा रहे थे।
आज सुबह कसारदेवी तिराहे के पास दीवान सिंह पुलिस टीम के हत्थे दो गुलदारों की खालों सहित पकड़ा गया व उसका दूसरा साथी हरीश मेहरा निवासी पथनिया नयाल कफड़खान अल्मोड़ा अंधेरे का लाभ उठाकर मौके से फरार हो गया।
बरामद गुलदार की खाल की लम्बाई पूंछ से सिर तक सात फुट 10 इंच व दाहिने पैर से बांये पैर तक की चैड़ाई 4 फूट 6 इंच व दुसरे गुलदार की खाल की लंबाई 6 फुट 5 इंच व चैड़ाई 3 फुट 8 इंच है।
उन्होंने बताया कि आरोपित आस-पास के जंगलों में मरे हुए जानवरों की लाश पर जहर डाल देते थे। जानवरों की लाश को गुलदार खाते ही मर जाते थे। फिर ये गुलदार की खाल को निकालकर बेचने का कार्य करते थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त पुलिस टीम को 2500 रूपये का पुरूस्कार देने की घोषणा की है। गुदलार की खाल को पकड़ने वाली टीम में उप निरीक्षक संतोष देवरानी के अलावा कास्टेबल संदीप सिंह, दिनेश नगरकोटी, हेमन्त कुमार, अशोक बुदियाल, प्रमोद राणा आदि शामिल रहे।