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01- ताजे हिमपात के बाद जोशीमठ-औली रोड को खेालने का प्रयास करता लोनिवि का डोजर।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। लगातार बर्फबारी ने बढाई सीमांतवासियों की मुसीबते। सुबह से बर्फबारी व वारीश से जनजीनव हुआ अस्त-ब्यस्त । कई ग्रामीण क्षेत्रो मे विद्युत ब्यवस्था ठप्प। औली रोड एक फिर बर्फ से पटा। पर्यटन वाहन नही पंहुच पा रहे औली।
लगातार दो दिनो से हो रही बर्फबारी ने पूरे सीमांत क्षेत्र को अपने आगोस मे ले लिया है। बीती रात्रि को निचले इलाको मे हल्की वारीश ने जमी बर्फ को तो पिघला दिया था, लेकिन देर रात्रि से पुन हिमपात शुरू हुआ जो दोपहर एक बजे तक लगातार जारी रहा। हाॅलाकि ऊॅचाई वाले इलाको मे लगातार हिमपात जारी है। बर्फबारी और वारीश के बीच लोगो का विद्युत संकट से भी जूझना पड रहा है। शहरी क्षेत्र मे तो सुबह से ही विद्युत ब्यवस्था थी लेकिन शहर से सटे कई मौहल्लों मे सुबह से विजली गुल रही। कडाके की ठंड और विजली ना होने से लोगो को भारी दिक्कतो का सामना करना पड रहा है।
भारी हिमपात के कारण जोशीमठ-औली सडक मार्ग फिर बाधित हो गया हैं। हाॅलाकि लोनिवि को डोजर ने बर्फबारी के बीच ही सडक खोलने का प्रयास किया लेकिन तेज हिमपात के कारण उसे आधे मार्ग से ही वापस लौटना पडा। औली सडक बंद होने के कारण पर्यटक वाहन औली तो नही पंहुच पा रहे है लेकिन औली सडक पर ही कई स्थानो पर पर्यटको के वाहन आडे तिरछे खडे जरूर है। जो पर्यटक औली नही पंहुच पाए उन्होने जोशीमठ से औली की ओर चैडारी, सुनील आदि क्षेत्रो तक ही पहुचकर बर्फ का आनंद उठाया। सडको पर ही बर्फबारी के बीच पर्यटको के झुड झूमते गाते मस्ती करते हुए दिखे।
विश्व विख्यात हिमक्रीडा केन्द्र औली मे लगातार हिमवर्षा हो रही है। ओली की बर्फीली ढलाने बर्फ से लबालब हो गई हैं। लेकिन लगातार हिमपात के कारण निगम द्वारा स्कीइंग कोर्स को शुरू नही किया जा सका। औली के अलावा गौरसों बुग्याल,नीती-माणा घाटियाॅ, बदरीनाथ , हेमकुंड साहिब, उर्गम घाटी, चिनाप घाटी थैंग व सलूड डुंग्रा घाटियाॅ बर्फ से पट गई है। दूरस्थ क्षेत्र पल्ला, किमाणा, डुमक व कलगोठ मे चार से पाॅच फीट तक बर्फ की मोटी चादर विछी है।