अल्मोड़ा से शिवेंद्र गोस्वामी की रिपोर्ट
अलमोडा पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व अध्यक्ष बची सिंह रावत का निधन हो गया है। ऋषिकेश में आज उन्होने अंतिम सांस ली। वह हल्द्वानी में एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें शनिवार को हेलिकाफ्टर से हरिद्वार एम्स उपचार के लिए ले जाया गया था। उन्हें फेफड़ों में दिक्कत थी, लेकिन कोविड रिपोर्ट नार्मल आई थी। उनके निधन से संपूर्ण प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई हे।
अल्मोड़ा रानीखेत के पाली गांव में जन्मे बच्ची सिंह रावत पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहने के सिवा पूर्व में केन्द्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा भी रहे थेण् वह केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री और केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री भी रह चुके थे।
अल्मोड़ा से स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने लखनऊ विश्विद्यालय से ग्रेजुएशन किया और आगरा विश्वविद्यालय से उन्होंने अर्थशास्त्र में एम ए की डिग्री हासिल की।जम 1 अगस्त 1949 को जन्में बच्ची सिंह रावत राज्य भर में बचदा नाम से लोकप्रिय हैं।
1992 में वह पहली बार उत्तर प्रदेश विधान सभा में शामिल हुये।
बची सिंह रावत की प्रोफाइल
1969 में जनसंघ से जुड़े, तब वह रानीखेत में वकालत करते थे।
1992 में पहली बार रानीखेत से विधायक चुने गए।
1993 के उपचुनाव में रानीखेत से फिर विधायक निर्वाचित हुए।
1993 में यूपी सरकार में राजस्व उप मंत्री बनाए गए।
1996, 1998 और 1999 में अल्मोड़ा लोकसभा सीट से मौजूदा मुख्यमंत्री हरीश रावत को हराकर सांसद चुने गए।
2004 में अल्मोड़ा सीट से हरीश रावत की पत्नी रेणुका रावत को हराकर सांसद बने।
2004 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री बनाए गए।
2005 में केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री बनाए गए।
2009 में उत्तराखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चुने गए।












