फोटो- बदरीनाथ हाई-वे खुलने के बाद वाहनो की आवाजाही शुरू हुई।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बदरीनाथ राष्ट्रीय राज मार्ग खुला। वाहनों की आवाजाही शुरू हुई।
वीती 19व 20मई को हुई मूसलाधार वारीश के बाद बदरीनाथ राष्ट्रीय राज मार्ग हनुमान चटटी से आगे रडांग वैण्ड मे कई स्थानो पर क्षतिग्रस्त हो गया था। बीआरओ ने 21मई से उक्त सभी अवरूद्ध स्थलों को खोलने का कार्य शुरू किया और पाॅच दिनो तक दिन-रात कार्य करते हुए मार्ग आवाजाही के लिए खोल दिया गया। बदरीनाथ मार्ग पर रडांग के कुल आठ वैण्ड-मोड है जिनमे से दूसरा व तीसरा मोड पूरी तरह से ध्वस्त हो गया था। मूसलाधार वारीश के बाद बादल फटने की इस घटना ने हनुमान चटटी से लेकर कंचन गंगा तक कई स्थानो पर सडक को भारी क्षति पंहुचाई थी। और एक स्थान पर सडक का नामोनिशा ही मिट गया था।
बीआरओ की 21टास्क फोर्स के अधीन कार्य करने वाली 75सडक निर्माण कंपनी ने श्री बदरीनाथ धाम के साथ ही सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण इस सडक को खोलने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया। 21टास्क फोर्स के कमांन्डर कर्नल मनीष कपिल के अनुसार बदरीनाथ राष्ट्रीय राज मार्ग आवाजाही के लिए खोल दिया है। अवरूद्ध स्थलो मे एक स्थान पर करीब तीन सौ मीटर नया एलाइमेन्ट डेवलेप कर सडक तैयार की गई। उन्हाने बतया कि बीआरओ के 9एक्सीबीटर मशीनो व अन्य उपकरणों के साथ दर्जनों मजदूरों ने 21मई से लगातार दिन-रात कार्य करते हुए मार्ग को आवाजाही के लिए तैयार किया है।
गौरतलब है कि बादल फटने की घटना के बाद बदरीनाथ मार्ग अवरूद्ध हो जाने के बाद राज्य के आपदा प्रबन्धन मंत्री डा0धन सिंह रावत ने भी अवरूद्ध स्थल तक पंहुचकर बीआरओ के आलाधिकारी से वार्ता करते हुए बदरीनाथ मार्ग को यथाशीध्र खोलने के निदेश दिए थे। डा0 रावत ने समय पर अवरूद्ध मार्ग खेालने के लिए बीआरओ को धन्यवाद देते हुए मानसून सीजन के दौरान उक्त स्थलो पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत बताई।