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01-चार दिनों से बन्द बदरीनाथ हाईवे खुला, वाहनो की आवाजाही हुई शुरू।
02-जोशीमठ पैट्रेाल पंम्प के समीप यात्रियों को चाय-नाश्ता वितरित करते औली डी ग्रुप के सदस्य।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। चार दिनों से बन्द बदरीनाथ हाई वे पर यात्रा हुई सुचारू। तीर्थयात्रियों ने राहत की सांस ली।
प्रदेश मे हुई मूसलाधार बारीश के बाद बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग ऋषिकेश से लेकर बदरीनाथ तक कई स्थानों पर ध्वस्त हो गया था। जिसे खोलने की कवायद करते हुए अब चौथे दिन बदरीनाथ तक की यात्रा शुरू हो सकी। इसी के साथ चारों धामों की यात्रा अब चौथे दिन पूरी तरह से सुचारू हो सकी।
बदरीनाथ हाई-वे जोशीमठ से बदरीनाथ तक कई स्थानो पर मलबा व बोल्डर आने के कारण अवरूद्ध हो गए थे, जिसे खोलने मे काफी मशक्कत करनी पडी। बीती रात्रि तक जोशीमठ से हनुमान चटटी के बीच हाथीपहाड, टैया पुल, बलदौडा, लामबगड, बेनाकुली आदि स्थानो मे तो खोल दिया गया था, लेकिन हनुमान चटटी से आगे रडांग वैण्ड मे सडक पर दो बडे बोल्डर आने के कारण मार्ग नही खोला जा सका, जिसे बृहस्पतिवार को खोलकर यात्रा शुरू की गई।
दरसअल रडांग बैण्ड मे जिस सडक पर भारी भरकम बोल्डर गिरे थे, उसी के नीचे दूसरी सडक भी है, यदि इन बौल्डर को तोडने के लिए भारी ब्लास्ट किया जाता तो दूसरी सडक डैमेज हो सकती थी, इसलिए सूझबूझ के साथ कार्य करते हुए बोल्डर तोडे गए और दोनो सडके सुरक्षित बचा ली गई।
बीआरओ की 21टास्क फोर्स के कमांडर कर्नल मनीष कपिल के अनुसार हेलंग से लेकर बदरीनाथ तक करीब 15 स्थानों पर सडक अवरूद्ध थी जिसे अब पूरी तरह से खोल दिया गया है।
चार दिनों के बाद सडक खुलने से बदरीनाथ, जोशीमठ व अन्य स्थानो पर फॅसे तीर्थयात्रियों ने राहत की सांस ली। प्रशासन द्वारा भी सडक खुलने के बाद बदरीनाथ मे फंसे यात्रियों को पहले जोशीमठ की ओर प्रस्थान कराया और इसके बाद बदरीनाथ के लिए वाहनों को छोडा। चार दिनो तक सडक अवरूद्ध होने के कारण तीर्थयात्री खासे परेशान रहे, हॉलाकि स्थानीय प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा निरंन्तर यात्रियों की ब्ववस्था की मानेटरिंग की जा रही थी,। प्रशासन, सेना, बीआरओ व स्थानीय समाज द्वारा भी मार्गो मे फंसे यात्रियों को भोजन, व जलपान की ब्यवस्था की जा रही थी।












