बदरीनाथ मंदिर की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने पंहुचे बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री थपलियाल व अन्य
प्रकाश कपरूवाण
बदरीनाथ /जोशीमठ। बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बदरीनाथ धाम पंहुचकर ब्यवस्थाओ का निरीक्षण किया। ब्यवस्था दुरस्त करने मे जुटे कर्मियांे को कपाटोदघाटन से पूर्व सभी ब्यवस्थाएं चाक-चैबंद करने के निर्देश दिए।
इस वर्ष शीतकाल के साथ अप्रैल महीने तक भी उच्च हिमालयी क्षेत्रों मे लगातार हुई बर्फबारी के कारण बदरीनाथ धाम मे अभी भी प्रचुर मात्रा मे बर्फ जीम है। कपाटोदघाटन से पूर्व मंदिर गेस्ट हाउस, तप्त कुंड मार्ग, मंदिर परिसर, परिक्रमा परिसर आदि से बर्फ हटाकर मार्ग तैयार करना मंदिर समिति के लिए किसी चुनौती से कम नही है। बदरीनाथ मे भारी बर्फबारी को देखते हुए मंदिर समिति का अग्रिम दल बदरीनाथ पंहुच चुका है। और दल के सदस्यो ने बर्फ हटाने व मरम्मत आदि का कार्य शुरू कर दिया है।
इस बीच सोमवार को बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बदरीनाथ धाम पंहुचकर बर्फबारी के बाद की स्थिति का स्थलीय निरीक्षण किया। श्री थपलियाल ने मंदिर परिसर, सिंहद्वार, तप्त कुंड मार्ग , ब्रहमकपाल मार्ग व मंदिर के सभी गेस्ट हाउस व धर्मशालाओ का निरंीक्षण करते हुए ब्ययवस्था पर लगे कर्मियों को कपाटोदघाटन से पूर्व सभी ब्यवस्थाएं चुस्त-दुरस्त करने के निर्देश दिए। श्री थपलियाल ने बर्फबारी मे कार्य कर रहे मजदूरों व कार्मिकों को गर्म कमडे आदि की भी जानकारी ली। उन्होने मंदिर के तकनीकी स्टाफ, प्रबंधन स्टाफ व मजदरों से स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए कार्य करने की अपेक्षा की। कहा कि मंदिर समिति के अग्रिम दलो ने दोनो धामों मे पंहुचकर अपना कार्य शुरू कर दिया है। और हर हाल मे कपाटोदघाटन अवसर पर बेहतर दर्शनो की सुविधा मिल सकेगी।
बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री थपलियाल ने कहा कि मंदिर समिति का प्रयास होगा कि कपाटोदघाटन के मौके पर बदरीनाथ व केदारनाथ मे श्रद्धालुओ को बेहतर दर्शन हो सके। इसके लिए हर स्तर से प्रयास किया जा रहा है। कहा कि बेहतर ब्यवस्था देने से ही आने वाले वर्षो मे तीर्थयात्रियों की संख्या मे इजाफा हो सकेगा। और यात्रा के माध्यम से रोजगार सजृन के नऐ अवसर भी उपलब्ध होगे।
श्री थपलियाल ने कहा कि प्रथम दिवस व मई-जून के पीक सीजन मे देश के कोने-कोने से पंहुचने वाले श्रद्धालुओ को कैसे बेहतर दर्शन हो सके। इसके लिए स्थानीय समाज, हक-हकूकधारी समाज, पंडा समाज, व तीथपुरोहित समाजों का भी सहयोग लिया जाऐगा। उन्होने कहा कि तीर्थयात्री यदि बदरी-केदार धामो से अच्छे अनुभव लेकर लौटे तो वे अन् लोगों को भी प्रेरित करेगे। और इसका लाभ पूरे राज्य के साथ ही मंदिर से जुडे सभी समाज को होगा।
बदरीनाथ निरीक्षण पर पंहुचे बीकेटीसी के अध्यक्ष श्री थपलियाल के साथ मंदिर अभियंता विपिन तिवारी,, सहायक मंदिर अधिकारी राजेन्द्र सिह चैहान, जेई गिरीश रावत, प्रबंधक राजेन्द्र सेमवाल मंदिर सुपरवाइजर भागवत मेहत्ता, सहित अनेक लोग मौजूद थे।