फोटो- वाईपास के विरोध मे 23वें दिवस धरने पर बैठे आंदोलनकारी।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति का धरना/प्रदर्शन 23वें दिवस मे प्रवेश। वाईपास के विरोध मे 15फरवरी को विशाल प्रदर्शन की तैयारी।
सीमांत धार्मिक एंव पर्यटन नगरी जोशीमठ को कट आफॅ करते हुए हेलंग से मारवाडी तक प्रस्तावित वाईपास के विरोध मे सीमांत वासियों का आंदोलन लगातार जारी है। बीती 21जनवरी से शुरू हुआ आंदोलन व धरना-प्रदर्शन का क्रम निरंतर जारी है। इस बीच मंगलवार को जोशीमठ बचंाओ संघर्ष समिति का नेतृत्व कर रहे ब्यापार संघ के अध्यक्ष नैन सिंह भंडारी की अध्यक्षता मे एक प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी की गैर मौजूदगी मे अपर जिलाधिकारी एवं बीआरओ के अधिकारियों से जिला मुख्यालय पंहुचकर वार्ता की। जिसका कोई उचित समाधान नही निकल सका। अलबत्ता अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया ने जोशीमठ को तहसीलदार को जनमानस द्वारा सुझाए गए ंिसहधार-ओएमपी वाले मार्ग मे आने वाली भूमि का सर्वेक्षण करने के निर्देश अवश्य दिए है। श्री नैन सिंह भंडारी के अनुसार इस बैठक मे बीआरओ के अधिकारियेां ने अपना रूख स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्है साढे पॅाच मीटर की सडक हेलंग से मारवाडी तक बनाए जाने के लिए डीपीआर तैयार करने के निर्देश हुए हैं। जिस पर वे कार्य कर रहे है। साथ मे बीआरओ के अधिकारियों ने यह भी कहा कि हेलंग-मारवाडी वाईपास वन वे हेागा। उस मार्ग को प्रयोग केवल बदरीनाथ से लौटने वाले वाहन ही कर सकेगे।
इस बीच जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के आवहान पर आगामी 15फरवारी को होने वाली विशाल रैली की तैयारियाॅ भी जोरो पर चल रही हैं। संपर्क व पंपलेट के माध्यम से लोगो को जागरूक किया जा रहा है।
आंदोलन के 23वें दिवस जिपं की पूर्व अध्यक्षा विजिया रावत,सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष डिमरी,, रजनीश पंवार,संघर्ष समिति के सचिव कमल रतूडी, बदरी प्रसाद बगवाडी, उमेश लाल साह,सतीश भटट, सुरेन्द्र दीक्षित, नगर कांग्रेस अध्यक्ष रोहित परमार,कांग्रेस नेता नवनीत सती,भगवती प्रसाद नंबूरी, ब्यापार संगठन के तहसील अध्यक्ष श्रीराम डिमरी,कुलदीप कुमार, माधव प्रसाद डिमरी, रंजना शर्मा, कन्हैया लाल साह, मुकेश कुमार , कुलदीप कठैत,इरफान अहमद, कुलदीप दिनोदिया, उंका्रंद नगर अध्यक्ष जय प्रकाश भटट,पालिका सभासद प्रदीप भटट, विधायक प्रतिनिधि लक्ष्मण सिंह फरकिया,अनिल सकलानी, विजय डिमरी, रोशन रावत, पूर्व सभासद ललिता देवी, व कांग्रेस नेत्री मीना डिमरी सहित अनेक लोग धरने पर बैठे।