रिपोर्ट: लक्ष्मण नेगी/ उत्तराखंड समाचार
गढ़वाल सांसद पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत आजकल अपने संसदीय क्षेत्र पिंडर घाटी के दौरे पर हैं जहां उन्हें जगह-जगह क्षेत्रीय जनता के विरोध का सामना करना पड़ा है शुक्रवार को विकासखंड थराली के लोल्टी में मालबजवाड़ -पासतोली 7 किलोमीटर सड़क के अपग्रेडेशन के कार्यों का शिलान्यास करने पहुंचे तो ग्वाड़ के ग्रामीणों ने लंबे समय से लंबित सड़क की मांग को लेकर सांसद तीरथ सिंह रावत तथा थराली विधायक भूपाल राम टम्टा का घेराव कर जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन जताया वहीं सांसद रावत रात्रि विश्राम के लिए ग्वालदम पहुंचे जहां शनिवार को ग्वालदम के ग्रामीणों ने प्रधान हीरा बोरा के नेतृत्व में वन विश्रामगृह में पहुंचकर विधायक तथा सांसद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए दरअसल ग्रामीण 13 साल पुरानी लंबित सड़को की मांगों को लेकर आक्रोशित है अलग अलग तोको को जोड़ने वाली लिंक रोड समेत सब मिलाकर 13 किलोमीटर से अधिक की सड़क बननी है जिनका पूर्व में जनप्रतिनिधियों द्वारा कई बार आश्वासन भी मिल चुका है। ग्रामीणों का कहना है जहा देश भर में प्रतिदिन कई किलोमीटर रोड बन रही है तो हमारी 13 सालो बाद भी 13 किलोमीटर सड़क भी ना बन सके तो हम वोट भी क्यों दे। प्रधान हीरा बोरा और महिला मंगलदल अध्यक्ष मुन्नी परिहार ने कहा रोड नहीं तो वोट नहीं अगर लोकसभा चुनाव से पहले अगर हमारी सड़कों का निर्माण नहीं होता तो क्षेत्र की संपूर्ण जनता लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेगी उन्होंने बताया वर्ष 2011 से लंबित केंद्रीय विद्यालय के लिए रोड निर्माण डामरीकरण 1300 मीटर
2013 से लंबित है खम्पाधार चिड़ेंगा मोटर मार्ग मे नाली निर्माण और सोलिंग तथा डामरीकरण 07 किलोमीटर कार्य पूर्ण नहीं हुआ वही 800 मीटर सब्जी टोक के लिए लिंक सड़क मार्ग तथा एसटी एससी बहुल्य गाव जलचोरा के लिए 02 किलोमीटर सड़क मार्ग तथा पाटला बैंगड़ी टोक के लिए 02 किलोमीटर लिंक रोड की माँग है
इन मांगों को लेकर जब जानता आक्रोशित होकर वन विभाग गेस्ट हाउस के बाहर बैठ गई तब विधायक भूपाल राम टम्टा ने लोगो की समस्याओं को सुना और 22 दिन के अंदर 2 रोडो का कार्य शुरू करवाने और जल्द ही बाकी मांगों को भी पूरा करने का आश्वासन देने के बाद ग्रामीणों ने अपना धरना समाप्त किया।