रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली। तीन दिनों तक घेस घाटी के भ्रमण के बाद जिलाधिकारी हिमांशु खुराना एवं अन्य अधिकारी वापस लौट गए हैं।इस दौरान शनिवार को डीएम सहित अन्य अधिकारियों ने बगजी बुग्याल के मणिया दियार नाम स्थान पर टेंटों में रात्रिविश्राम किया।
शनिवार को जिलाधिकारी के साथ ही जिलास्तरीय अधिकारियों का एक दल घेस-बगजी-नागड़ ट्रैक पर बगजी बुग्याल तक गया कल पूरे दिन डीएम सहित अन्य अधिकारी बगजी और आसपास के क्षेत्रों में बारिश के बावजूद घूमते रहे। बारिश के बीच मौसम खुलने पर बगजी से दिखाई देने वाले बेहद खूबसूरत प्राकृतिक नजारों को देख गए लोग रोमांचित हो उठे।मध्य एवं पूर्व पिंडर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी हरीश थपलियाल ने बताया कि शनिवार को पूरा दल बगजी की तलहटी पर स्थित मणिया दियार में रूका रात में तेज हवाओं के चलते खाना बनाने वाला टेंट उड़ गया था। आज अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों का पूरा जत्था बारिश की बीच ही मणिया दियार कैंप से घेस लौट आया और उसके बाद जिलाधिकारी के साथ ही प्रभागीय वनाधिकारी सर्वेश कुमार दुबे,जिला पर्यटन अधिकारी आरएस राणा,जिला सांख्यिकी अधिकारी विनय जोशी, तहसील प्रदीप नेगी, रेंजर हरीश थपलियाल इस रूट पर ट्रैकरों को आकृष्ति करने वाली कंपनी ट्रैक दा हिमालया के संदीप रावत एवं राकेश रावत भी लौट आए हैं। तीन दिनों तक घेस घाटी में रहने के दौरान जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने इस क्षेत्र को नजदीक से देखने, जानने एवं इस क्षेत्र में किए जा सकने वाले कार्यों खाका तैयार करने का प्रयास किया। जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों के इस भ्रमण के बाद इस ट्रैक पर सहासिक पर्यटन की बढ़ने की संभावना हैं।