डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला
'भारत के पहाड़ी राज्यों में से एक उत्तराखंड देवताओं की भूमि के नाम से जानी जाती है. दरअसल यहां कई
सारे देवताओं का मंदिर भी है, जिसके चलते इसे देवभूमि भी कहा जाता है. घूमने के साथ-साथ लोग यहां
के मंदिरों में भी खूब जाते हैं. उत्तराखंड की चारधाम यात्रा सबसे ज्यादा फेमस है. चारधामों में- यमुनोत्री,
गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ है.चारधाम यात्रा 2025 के लिए तीर्थयात्रियों में अपार उत्साह नजर आ
रहा है। ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल खुलने के केवल पांच दिनों में ही सात लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने
यात्रा के लिए पंजीकरण करा लिया है। प्रदेश सरकार भीड़ प्रबंधन और अन्य सुविधाओं के लिए सभी स्तरों
पर तैयारियों में लगी हुई है।इस बार चारधाम यात्रा के प्रति श्रद्धालुओं में अत्यधिक उत्साह और जोश
नजर आ रहा है। चारधाम यात्रा के लिए केवल पांच दिनों में सात लाख से अधिक यात्रियों ने पंजीकरण कर
दिया है। चारधाम यात्रा 2024 की तुलना में इस वर्ष चारधाम यात्रा दस दिन पहले शुरू हो रही है। पिछले
साल यात्रा 10 मई से शुरू हुई थी, जबकि इस बार यह 30 अप्रैल से यात्रा शुरू की जा रही है। पिछले साल
प्राकृतिक आपदाओं और कम दिनों यात्रा चलने के बावजूद 48,04,215 तीर्थयात्री चारधाम यात्रा पर पहुंचे
थे, जबकि 2023 में रिकॉर्ड 56,18,497 श्रद्धालुओं ने यात्रा की थी। इस बार ऑनलाइन पंजीकरण की
संख्या को देखते हुए श्रद्धालुओं की संख्या एक नया रिकॉर्ड बनाने की संभावना है।इस बार चारधाम यात्रा
के लिए सबसे पहले गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलेंगे. उसके बाद 02 मई को
केदारनाथ धाम के और 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट भक्तों के लिए खोले जाएंगे. राज्य प्रशासन द्वारा
चारधाम यात्रा के लिए सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। प्रशासन ने यात्रियों
की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तीर्थयात्री मदद ले
सकें। श्रद्धालु वेबसाइट और मोबाइल एप के माध्यम से अपनी यात्रा के लिए पंजीकरण कर सकते हैं। प्रमुख
स्थानों पर चिकित्सा कैंप, डॉक्टर और एंबुलेंस सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे
और पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। चारधाम यात्रा करने के इच्छुक श्रदालु आधिकारिक वेबसाइट पर
जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।जिसे देखते हुए इस साल श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
पहले ही शुरू कर दी गई है. ऐसे में रोजाना जो भी रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं, उसकी प्रशासन की ओर से प्रॉपर
मॉनिटरिंग भी की जा रही है. इस बार यात्रियों के रजिस्ट्रेशन में मोड ऑफ ट्रांसपोर्टेशन पर भी जोर दिया
गया है. ताकि, प्रशासन को ये जानकारी हो कि यात्री किस वाहन से यात्रा पर आ रहे हैं. चारधाम यात्रा को
बेहतर ढंग से संचालित लिए जाने को लेकर पूरे चारधाम यात्रा मार्ग को 10-10 किलोमीटर क्षेत्र के सेक्टर
में बांटा गया है. जहां पर मोबाइल पुलिस टीम लगातार गश्त करती रहेगी.अगर यात्रियों को किसी भी
तरह की कोई दिक्कत या जाम जैसी स्थिति बनती है, तो अपने स्तर से या फिर उच्च अधिकारियों को सूचित
कर उनके निर्देश पर कार्रवाई करेगी. चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर 5 अप्रैल को ऋषिकेश में बैठक
की जाएगी. बैठक के दौरान पहले दिए गए निर्देशों का रिव्यू किया जाएगा. वहीं, चारधाम यात्रा की तैयारी
के सवाल पर आपदा ने बताया कि सीएम धामी की अध्यक्षता में हाल ही में बैठक की गई थी. जिसमें सभी
विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि विभागों की ओर से व्यवस्थाएं चाक चौबंद कर ली जाए. जो कमियां हैं,
उनको समय रहते दूर कर लिया जाए.साथ ही सीएम में ये भी निर्देश दिए हैं कि विभागों की ओर से पूर्व में
जो गलतियां हुई थी, वो गलतियां आगामी चारधाम यात्रा के दौरान न हों, इसका खास ख्याल रखें. आपदा
प्रबंधन सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों समेत जहां भी लैंडस्लाइड होने की संभावना है, वहां पर
मैन पावर और मशीनें तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं. ऐसे में आपदा प्रबंधन विभाग का प्रयास रहेगा कि
अगर कहीं रास्ता बाधित होता है, तो तत्काल प्रभाव से उसे खोला जा सके. हमारी प्राथमिकता यात्रियों की
सुरक्षा और सुविधाओं का ध्यान रखना है. सभी संबंधित विभागों को निर्देश दे दिए गए हैं कि यात्रा शुरू
होने से पहले सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएं.”इस बार चार धाम यात्रा को पहले से बेहतर बनाने के लिए
सरकार और प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है. श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाओं
को और सुदृढ़ किया जा रहा है, जिससे यात्रा एक यादगार और सुखद अनुभव बन सके. चारधाम यात्रा के
लिए श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है. तीन दिन के भीतर 6 लाख से अधिक श्रद्धालु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
करा चुके हैं. केदारनाथ धाम के लिए 1,95,709 और बद्रीनाथ धाम के लिए 1,85,377 श्रद्धालुओं ने
रजिस्ट्रेशन कराया है.वहीं, गंगोत्री धाम के लिए 1,12,933 और यमुनोत्री धाम के लिए 1,09,824 श्रद्धालु
पंजीकरण करा चुके हैं. हेमकुंड साहब के लिए 6525 श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है. मुख्यमंत्री ने कहा
कि यात्रा तैयारी को लेकर वह खुद दो हाई लेवल मीटिंग कर चुके हैं. जिसमें उन्होंने अधिकारियों को सभी
व्यवस्थाएं बेहतर करने के निर्देश दिए हैं. इस बार चारधाम यात्रा के प्रति श्रद्धालुओं का जोश और उत्साह
देखते ही बन रहा है. पांच दिन में सात लाख से अधिक यात्रियों का पंजीकरण कराना इस बात का संकेत है
कि यात्रा में इस बार रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंच सकते हैं. प्रधानमंत्री के दौरे और राज्य सरकार की
तैयारियों से यात्रा के सफल और सुरक्षित संचालन की पूरी उम्मीद है. *लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त*
*किए हैं।लेखक वर्तमान में दून विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं।*