सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
जनपद रुद्रप्रयाग में आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अमृत महोत्सव के तहत विकास खंड अगस्त्यमुनि के राजकीय प्राथमिक विद्यालय कमेड़ा में ग्रामीणों के साथ स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को दी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं। जिसमें जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल, हर घर जल योजना में एक रुपए में पेयजल कनेक्शन प्रत्येक घर को दिया जा रहा है। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री आवासीय योजना, किसान सम्मान निधि आदि के बारे में ग्रामीणों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमें स्वच्छता को रोज की दिनचर्या में शामिल करना है, जिससे स्वच्छ और स्वस्थ भारत का निर्माण हो। कहा कि आम आदमी अपने घर में स्वच्छता की शुरुआत करे तो देश में गंदगी स्वतः ही समाप्त हो जाएगी।
परियोजना प्रबंधक स्वजल एमएस नेगी व परियोजना निदेशक रमेश चंद्र द्वारा परियोजना प्रबंधन इकाई के तत्वावधान में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत स्थायित्व एवं सुजलाम अभियान को लेकर ग्रामीणों को विस्तार से जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के दौरान परियोजना प्रबंधक ने कहा कि जनपद के तीनों विकास खंडों की समस्त ग्राम पंचायतों में 15 सितंबर से 17 सितंबरए2021तक स्वच्छताएश्रमदान आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने ग्रामीणों से स्वजल के तहत शौचालय से वंचित परिवारों की सूची ग्राम प्रधान के माध्यम से प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने 100 दिवसीय सोकपिट अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी कारण से गंदे पानी को इसके माध्यम से रोका जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने सामुदायिक शौचालयों के बारे में भी जानकारी दी। साथ ही खुले में शौच, जल जीवन मिशन, स्वच्छता अभियान आदि के बारे में ग्रामीणों को विस्तार से जानकारी दी। वहीं पीके नौटियाल ने ग्रामीणों को जैविक, अजैविक कूड़ा सहित अपशिष्ट पदार्थों के बारे में जानकारी देते हुए जागरुक किया।
इस अवसर पर सुरेंद्र सिंह राणा, उप प्रधान जनार्दन प्रसाद खंडूडी, वार्ड सदस्य, राजेश्वरी देवी, सीमा देवी, प्रतीक्षा देवी, प्रधानाध्यापिका प्रावि श्रीमती मीना पुरोहित, सहायक खंड विकास अधिकारी विजय सिंह नेगी, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी संदीप बत्र्वाल, रोजगार सेवक पुष्कर लाल, आंगनवाड़ी सहायिका दीपा देवी सहित विभागीय अधिकारी एवं ग्रामीण उपस्थित थे।