
फोटो– -गोविंदघाट गुरूद्वारा के समीप तक पंहुचा नाले का मलबा।
– पार्किगं स्थलो मे दबे वाहनों को ढॅूडते एसडीआरएफ के जवान।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बादल फटने से गोविदघाट मे भारी तबाही, करीब 15वाहनों के पार्किग स्थलों मे दबने की सूचना। टिन शेड व हेली टिकट बुकिंग सेेटर भी मलबे की भेंट चढा। वर्ष 2005 मे भी इसी नाले मे बादल फटने के बाद गोविदघाट मे भारी तबाही हुई थी। डीएम चमोली मौेके पर पंहुची।
बीती रात्रि को पूरे सीमावर्ती क्षेत्र जोशीमठ मे जोरदार वारीश हुई। सुबह करीब चाढे चार बजे के आस-पास गोंिवंदघाट मे नाले मे बादल फटने के बाद पूरा मलबा सडको , पार्किगं स्थलो मे जा घुसा। मलबे व बोल्डर के कारण जोशीमठ से गोविंदघाट तक चार स्थानो मे सडक पूरी तरह अवरूद्ध हो गई है। उक्त नाले के ठीक ऊपर बादल फटने के बाद पानी व मलबे का बहाव चार भागो मे बॅट गया। अन्यथा गोविंदघाट मे वर्ष 2013से भी ज्यादा तबाही होती। नाले का ऊफान चार भागो मे बॅटने से हाॅलाकि चारो ओर सडको को भी नुकसान हुआ। गोविदंघाट मुख्य राजमार्ग से गोविदघाट गुरू,रा व पुलना जाने वाला सडक मार्ग व उसके आस-पास भी भारी नुकसान हुआ है।
बताया जा रहा है कि गोविदघाट मे विभिन्न पार्किंग स्थलो मे दस से पंद्रह वाहन खडे थे। राहत व बचाव कर्मियो को अब तक चार वाहन मलबे मे दबे मिले बाकी वाहनो की तलाश जारी है। घटना की सूचना मिलते ही जोशीमठ के एसडीएम अनिल चन्याल मय राहत दलो के मौेके पर पंहुच गए थे। भारी नुकसान की सूचना पर चमोली की डीएम स्वाति भदौरिया भी गोंिवदिघाट पंहची। तहसील प्रशासन नुकसान का पूरा विवरण तैयार कर रहा है। एसडीएम श्री चन्याल के अनुसार वहाॅ कितेन वाहन दबे है अभी कहना जल्द बाजी होगा। राहत दलो द्वारा अब तक चार वाहन निकाले जा चुके है। उन्होने बताया कि गोविंदघाट क्षेत्र मे चार स्थानो पर सडक मार्ग घ्वस्त हुआ है।
गौरतलब है कि गोविदघाट के इसी नाले मे 28जून 2005 की रात्रि को भी बादल फटा था। और तब इस नाले के ऊफान ने गोविदंघाट मे भारी तबाही मचाई थी। उस वक्त जान माल को भी भारी नुकसान हुआ था। करीब 14वर्षो के अंतराल मे एक बार फिर इसी नाले ने अपना रौद्र रूप दिखाया। यदि इस नाले का ऊफान इस बार चार भागो मे नही बॅटता तो एक बार फिर गोविदघाट मे भारी तबाही होती।
बहरहाल 2013की भीषण आपदा से उबर रहे गोविंदघाट को उक्त नाला एक बार फिर जख्म दे गया है। हेमकुंड यात्रा पर निर्भर ब्यवसायी गोविंदघाट मे बार-बार हो रही त्रासदी से बेहद परेशान है। गोविदघाट निवासी किशोर पवांर के अनुसार उनके हेली बुकिंग कार्यालय व अस्थाई निवास मे एक हेल्पर महेश सिंह सो रहा था लेकिन नाले से बोल्डरो के बहने की आवाज से उसकी नींद खुल गई और वह वहाॅ से भाग खडा हुआ। किसी तरह उसने जान बचाई।
वही दूसरी ओर देवाल एवं थराली ब्लाक में भी अतिवृष्टि के कारण परिसंपित्तयों का नुकसान हुआ है। रात तीन बजे चमोली जिलके थराली तहसील के अंतर्गत गांव गुडमस्टेट/तलवाड़ी, ब्लाक ग्वालदम मंे बादल फटने से एक महिला घायल हो गई, पांच पशुओं की हानि हुई है। चार मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने देवाल एवं थराली के सभी प्रभावित परिवारों तक त्वरित राहत सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। वाण गांव में कुछ आवासी मकानों में मलवा आने से नुकसान हुआ है तथा खेतों में मलवा आने से फसलों का नुकसान हुआ है तथा विद्युत लाईन भी क्षतिग्रस्त हुई है। देवाल.वाण मोटर मार्ग कई स्थानों पर बाधित होने गया है जिसको सुचारू किया जा रहा है। थराली के तलवाडी में एक आवासीय भवन तीक्ष्ण तथा एक भवन पूर्ण क्षतिग्रस्त हुआ है साथ आवास से जुड़ी दो गौशालएं भी क्षतिग्रस्त हुई है।
तहसीलदार सोहन सिंह रांगड ने बताया कि प्रभावित परिवारों को त्वरित सहायता के रूप में खाद्य सामग्री यथा आटा, चावल, तेल, चीनी, चायपत्ती, मसाला, सब्जी, दाल के अतिरिक्त टेंट, सोलर लाइट, कपडे, जूते आदि जरूरी सामान वितरित किया गया है। इसके अलावा अहेतुक राशि 3800 रुपये प्रति परिवार के हिसाब से तीन परिवारों को दी जा रही है। थराली एवं देवाल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में भी प्रशासन राहत एवं बचाव कार्यो में जुटा है तथा राजस्व टीम के द्वारा मौके पर आपदा से हुई क्षति का आंकलन किया जा रहा है।