


फोटोज- वेनाकुली-हनुमान चटटी में बादल फटने के बाद मलबे में दबे वाहन व मशीनें।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। वेनाकुली-हनुमान चटटी में बादल फटने की घटना के बाद मलबा सडकों पर आया। कई मशीनें व वाहन मलबे में दबे। लामबगड नाले में फॅसे तीन जैन साधुओ व दो स्थानीय महिलाओं को एसडीआरएफ ने सुरक्षित निकाला।
बदरीनाथ हाई-वे पर वेनाकुली व हनुमान चटटी के बीच वेनाकुली गाॅव के ठीक ऊपर एक नाले में बादल फटने की घटना के बाद सडक निर्माण का कार्य कर रही कंपनी के वाहन, पानी के टैंकर व मशीनें मलबे में आधा दब गई। गनीमत है कि जनहानि नही हुई। यदि बादल फटने की घटना रात्रि को होती तो जान-माल का बहुत नुकसान हो सकता था। बहरहाल बीआरओ ने सडक को जल्द से जल्द खोलने के लिए मशीने मौके पर पंहुचा दी है। लेकिन मूसलाधार वारीश के कारण अवरूद्ध सडक को खोलने का कार्य शुरू नही हो पा रहा है।
हनुमान चटटी के प्रधान जीत सिंह के अनुसार गाॅव के ऊपर से बहने वाले एक बरसाती नाले मंे संभवत बादल फटने से यह घटना हुई है। इसमें गाॅव को तो कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन सडक कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुई है। सडक निर्माण का कार्य रही भारत कन्सट्रकसन कंपनी के वाहन व मशीने भी मलबे मे डूबी हुई है।
इधर लामबगड नाले मे आए मलबे के बाद नाले को आधा पार कर चुके तीन जैन साधु फॅस गए थे, जिन्है एसडीआरएफ की मदद से रस्सियों के सहारे से सुरक्षित निकाला गया है। जबकि दो स्थानीय महिलाओं को भी एसडीआरएफ ने सुरक्षित निकाल लिया है। लामबगड व वेनाकुली मे भारी वारीश के कारण रूकरूक मलबा व बोल्डर आ रहे है जिसके चलते सडक खोलने का कार्य शुरू नही किया जा सका है।












