गैरसैंण। बुधवार को सैकड़ों समर्थकों और ढोल नगाडों के साथ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने झांझर बजाते हुए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गैरसैंण रामलीला मैदान पहुंच कर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान और गैरसैंण में विधान सभा सत्र न कराये जाने के विरोध में तीन घंटे उपवास में बैठे रहे।
इस दौरान उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों से आये कांग्रेस जन भी उनके समर्थन में धरने पर बैठे रहे जिनका जिला कांग्रेस कमेटी और गैरसैंण कांग्रेस ब्लाक कमेटी द्वारा माल्यापर्ण कर भव्य स्वागत किया गया। रामलीला मैदान में पहुंचते ही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वीर चंद्रसिंह गढ़वाली की मूर्ति का माल्यापर्ण किया। फिर मंचासीन समर्थकों द्वारा अपने बयान व्यक्त किये गये।
अपने संबोधन में पूर्व मुख्य मंत्री हरीश रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा विधायकों को ठंड लगने का हवाला देकर गैरसैंण में विधानसभा सत्र न कराये जाने के निर्णय लेकर गैरसैंण की अनदेखी की गई है। उन्होंने गैरसैंण में उपवास पर बैठने का निर्णय लिया है, ताकि डबल इंजन की सरकार को जगाया जा सके। सत्ता में आने के बाद इस सरकार ने एक भी ईंट इधर से उधर नहीं की, जिस स्थिति में वह छोड़ गये थे, विकास वहां से एक कदम आगे नहीं बढ़ पाया है। उल्टा मेरा गांव मेरी सड़क, मेरा वृक्ष मेरा धन आदि लाभकारी योजनायें बंद कर दी गई है। त्रिवेंद्र रावत ने ठंड लगती है कह कर हमारे उत्तराखंडियत और हमारी हिमालयी स्वभाव पर चोट की है। उन्होंने कहा ठंड हमारी नियति है, ठंड हमारे जीवन का सार है, जिला विकास प्राधिकरण को लेकर उन्होंने कहा कि इस सरकार ने इसे माल खींचो प्राधिकरण बना दिया है। त्रिवेंद्र रावत जब तक गैरसैंण में ठंड लगती है, बयानों पर माफी नहीं मांगते तब तक संघर्ष जारी रहेगा। इस दौरान उन्होंने 2018 में सत्र के दौरान जिन आंदोलनकारियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है उनका भी माल्यापर्ण कर सम्मानित किया।
इसी क्रम में नैनीताल की पूर्व विधायक सरिता आर्य, थलीसैंण के गणेश गोदियाल, थराली के जीत राम टमटा, द्वाराहाट के मदन बिष्ट, कफकोट के ललित फर्स्वाण, अल्मोडा के मनोज तिवारी तथा कर्णप्रयाग के पूर्व विधायक डाँ0 ए
पी मैखुरी, पूर्व मंत्री राजेंद्र भंडारी, सांसद प्रत्याशी रहे मनीष खंडूरी, चौखुटिया की प्रमुख किरन बिष्ट और साल्दे की प्रमुख, करिश्मा,
पूर्व एम एल सी पृथ्वी पाल चौहान, पूर्व राज्य मंत्री सुरेंद्र बिष्ट और सुरेश कुमार, पूर्व नगर पंचायत गौचर के अध्यक्ष मुकेश नेगी, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विरेंद्र सिह रावत, हरि कृष्ण भट, कमल रावत, ब्लाक गैरसैंण के अध्यक्ष के एस बिष्ट तथा देवाल के पूर्व ब्लाक प्रमुख देवी दत कुनियाल ने संबोधन करते हुए राज्य में सतासीन भाजपा सरकार द्वारा गैरसैँण की अनदेखी करने पर जम कर आलोचना की और कहा कि 2022 में राज्य में कांग्रेस की सरकार आने पर गैरसैंण ही राज्य की राजधानी होगी।
संचालन डा0 ए पी मैखुरी और धनी राम द्वारा किया गया।