प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। हेमकुंड साहिब.लोकपाल की यात्रा शुरू होने के साथ ही प्रकृति प्रेमी पर्यटकों का भी भ्यूंडार वैली में आवागमन शुरू हो जाता है।प्रतिवर्ष देशी. विदेशी पर्यटक फूलों की घाटी का दीदार करने पहुंचते हैं। दो वर्ष के कोरोना काल के बाद इस वर्ष फूलों की घाटी तय समय पर खुल रही है।
चारधाम यात्रा मे उमड़ रहे सैलाब को देखते हुए वन विभाग को भी उम्मीद है। इस वर्ष अन्य वर्षों की अपेक्षा फूलों की घाटी पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या मे बृद्धि होगी। इसे लेकर वन महकमा भी पूरी तरह से तैयारियों मे जुटा है।वन विभाग इन दिनों ग्लेशियर से ध्वस्त हो चुके पैदल पुलों व मार्गों की मरम्मत व निर्माण में जुटा है।
नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के डीएफओ एनबी शर्मा के अनुसार विश्व धरोहर फूलों की घाटी का दीदार करने पहुंचने वाले विश्व भर के पर्यटकों को किसी प्रकार की दिक्कतें ना हो इसके लिए वन विभाग तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है।
वन महकमे द्वारा अभी तकसे ध्वस्त द्वारी पुल, बामनधौड़ पुल आदि की मरम्मत की जा चुकी है, जबकि पैदल मार्गों की मरम्मत का कार्य जारी है।
वन विभाग द्वारा फूलों की घाटी की सैर करने वाले पर्यटकों से पर्यटक शुल्क लिया जाता हैएविभाग ने इस वर्ष भी पर्यटक शुल्क नहीं बढ़ाया है।विभाग द्वारा भारतीय पर्यटकों से 150 रुपए व विदेशी पर्यटकों से 600 रुपया पर्यटक शुल्क लिया जाता है।
फूलों की घाटी रेंज के रेंज आफिसर बृजमोहन भारती के अनुसार इस वर्ष दो महिला फॉरेस्ट गार्ड के साथ ही कुल 6 वन कार्मिकों की तैनाती फूलों की घाटी के लिए ही की गई है।
श्री भारती ने बताया कि कोविड के कारण गत वर्ष 1 जुलाई को फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए खोली गई थीएऔर 31 अक्टूबर तक चार महीनों मे 9 हजार 404 पर्यटक फूलों की घाटी का दीदार करने पहुंचे जिनमें 15 विदेशी भी थे ।