रिपोर्ट- सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
रुद्रप्रयाग – जनपद रुद्रप्रयाग के एक दिवसीय दोरे पर पहुँचे सूबे के मुख्य सचिव डाँ एसएस संधू एंव जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने श्री केदारनाथ धाम यात्रा व्यवस्थाओं एवं तैयारियों तथा धाम चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लिया।
आपको बता दे कि राज्य के मुख्य सचिव द्वारा केदारनाथ धाम के हवाई सर्वेक्षण के बाद रुद्रप्रयाग मे स्थानीय होटल में यात्रा से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए व्यवस्थाओं एवं तैयारियों तथा केदारनाथ धाम में किए जा रहे पुनर्निर्माण कार्यों की जानकारी ली।उन्होंने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित एवं एस.सी.लोनिवि राजेश शर्मा को निर्देश दिए हैं कि केदारनाथ धाम में जो भी पुनर्निर्माण कार्य किए जा रहे हैं उन कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण करना सुनिश्चित करें।उन्होंने अधिशासी अभियंता लोनिवि को निर्देश दिए हैं कि चल रहे निर्माण कार्यों को समयबद्धता के साथ करने के लिए श्रमिकों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि यदि शासन स्तर से कोई कार्यवाही की जानी है तो उसके लिए उन्हें तत्काल अवगत कराया जाए।
मुख्य सचिव ने जिला प्रशासन द्वारा यात्रा व्यवस्थाओं की अभी तक की गई तैयारीयो की सराहना करते हुए कहा कि स्वास्थ्य एवं सफाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है तथा केदारनाथ पैदल मार्ग में समुचित स्वास्थ्य एवं सफाई सुविधा सुनिश्चित कराई जाए तथा सोनप्रयाग में यात्रियों का उचित स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। उन्होंने संचालित होने वाली हैली सेवा कंपनियों के कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश भी दिए तथा हैली कंपनियों में किसी तरह की कोई असुविधा न हो इसके लिए पुलिस के जवानों को तैनात करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि निर्माण कार्यों को शीघ्रता से करने के लिए कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया गया है तथा केदारनाथ धाम में निर्माण सामग्री एवं अन्य खाद्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने के लिए एक हजार घोड़े-खच्चरों की केवल निर्माण एवं खाद्य सामग्री पहुंचाने हेतु व्यवस्था की गई है।
केदारनाथ धाम एवं यात्रा मार्ग में तीर्थ यात्रियों के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा विभाग द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां की गई हैं तथा यात्रा मार्ग में 12 स्थानों पर एमआरपी बनाए गए हैं तथा 22 चिकित्सकों एवं 22फार्मसिस्ट तैनात किए गए हैं जिनकी रोस्टरवार ड्यूटी लगाई जाएगी तथा सभी को उचित प्रशिक्षण दिया गया है इनमें 3 फिजिशियन एवं 2 आर्थोपेडिक डाॅक्टर तैनात किए गए हैं।आवश्यक सेवा हेतु यात्रा मार्ग में 6 एंबुलेंस तैनात की गई हैं जिसमें 3 एंबुलेंस रिजर्व में रखी गई हैं।
यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों का उचित स्वास्थ्य परीक्षण पशुपालन विभाग द्वारा कराया जा रहा है।इसके साथ ही डंडी-कंडी का भी पंजीकरण जिला पंचायत द्वारा किया जा रहा है जिसके सफल क्रियान्वयन हेतु जी मैक्स द्वारा सभी का आंंनलाइन डाटा तैयार किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने अवगत कराया है कि आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए उचित आवास व्यवस्था हेतु गुप्तकाशी से बड़ी लिनचोली तक जीएमवीएन के गेस्ट हाउस में 2500 लोगों की ठहरने की व्यवस्था होगी इसी के साथ केदारनाथ धाम में 2 टैंट काॅलोनी न्यू घोड़ा पडाव एवं हिमलोक काॅलोनी में किया जा रहा है जिसमें 80-80 बैड तैयार किए जा रहे हैं जिसमें 1600 लोगों की ठहरने की व्यवस्था है तथा जीएमवीएन के टैंट एवं गेस्ट हाउस में कुल 2500 लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है।इसके साथ ही स्थानीय व्यापारियों को अस्थाई टैंट लगाने की व्यवस्था अनुमति दी गई है। केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए 7 सेक्टरों में विभाजित किया गया है जिसके लिए 7 सेक्टर एवं 7 सहायक सेक्टर अधिकारी तैनात किए गए हैं जो केवल यात्रियों को उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं पर निगरानी रखते हुए संबंधित व्यवस्थाओं को तत्परता के साथ उपलब्ध कराए जाने के लिए अवगत कराया जाएगा।यात्रा मार्ग एवं केदारनाथ धाम में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस विभाग द्वारा पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है जिसके लिए पुलिस अधिकारी एवं जवानों को उचित प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया गया है।बैठक में पुलिस अधीक्षक डाॅ. विशाखा अशोक भदाणे,प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु,एस.सी.लोनिवि राजेश शर्मा,अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ.एचसीएस मार्तोलिया,पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल,उप जिलाधिकारी अपर्णा ढौंडियाल,अधिशासी अभियंता लोनिवि जीएस रावत,तहसीलदार मंजू राजपूत सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।