देहरादून। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच, सामाजिक संगठनों, स्वत्रंता सेनानी परिवारों, अपना परिवार, महिलाओं, युवाओं के इस निवेदन पर कि उद्यान में हो रहे भ्रष्टाचार व पुलिस को हथियार बनाकर झूठे मुक़दमों के खिलाफ समूचे प्रदेश में एकजुट होकर इस संघर्ष को आगे बढ़ाया जायेगा, ताकि यह प्रदेश अपनी मूल अवधारणा को प्राप्त कर सके। इस विश्वास के साथ दीपक करगेती ने आमरण अनशन समाप्त कर दिया।
आमरण स्थल पर सभी ने अपने अपने विचार व्यक्त करते हुए राज्य की ओद्योनीकी में निदेशक डॉ हरमिंदर सिंह बवेजा के भ्रस्टाचार की घोर निंदा करते हुए निर्णय किया गया कि एक प्रतिनिधि मण्डल द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री व महामहिम राज्यपाल को ठोस कार्यवाही करने हेतु एक मुलाकात की जायेगी।
आमरण स्थल पर जूस पिलाकर आमरण अनशन तुड़वाने वालो में सामाजिक कार्यकर्ता कौशल रावत, चंदिया सिंह तोमर, राज्य आंदोलनकारी उषा कोठारी, शुशील सेमवाल, सरिता जुयाल, तारा पांडेय, कृतिका बिष्ट, जीवंती करगेती, इंदु नौटियाल, सामाजिक कार्यकर्ता उर्मिला मेहरा, उमेश जोशी, कुलदीप सिंह, शिव प्रकाश जोशी, सतीश आजाद, राजेन्द्र, प्रदीप कुकरेती, महिपाल सिंह बिष्ट, कुबेर कडाकोटी, दलीप डंगवाल, टी आर बरमोला, पी एस चौहान, महेंद्र आदि लोग उपस्थित रहे।