थराली से हरेंद्र बिष्ट
विकासखंड देवाल के अंतर्गत ओड़र में तीन घंटों तक बीच नदी में 4 महिलाओं के लटके रहने की सूचना मिलने के करीब साढ़े पांच घंटों के बाद लोनिवि थराली से अभियंताओं के पहुंचने पर देवाल के ब्लाक प्रमुख डॉ दर्शन दानू ने गंभीर लापरवाही मानते हुए ट्राली से संबंधित अभियंताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग अधिक्षण अभियंता लोनिवि गोपेश्वर से मांग की हैं। उन्होंने एससी को चेतावनी दी कि अगर कार्यवाही नही की गई तों वें लोनिवि के खिलाफ धरने पर बैठ जाएंगे।
दरअसल आज सुबह करीब 8.15 बजें ओड़र गांव की चार महिलाएं पिंडर नदी को ट्राली से पार कर रहे थे कि अचानक ट्राली खराब हो गई और महिलाएं ट्राली में ही बीच नदी में फंस गए। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने लोनिवि थराली, तहसील प्रशासन सहित तमाम अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को दी। देवाल के ब्लाक प्रमुख डॉ दर्शन दानू के अनुसार उन्हें सुबह 8.30 बजे जैसे ही महिलाओं के ट्राली में लटके होने की सूचना मिली उन्होंने तत्काल आवश्यकता कार्यवाही के लिए लोनिवि थराली के अधिशासी अभियंता से वार्ता की।
किंतु महिलाओं के पूरे तीन घंटों तक नदी के ऊपर लटके रहने एवं ग्रामीणों के द्वारा जानजोखिम में डाल कर किसी तरह दोपहर करीब 11.15 बजे ट्राली खीच कर महिलाओं को सुरक्षित उससे निकाल लेने के करीब दो घंटे बाद दोपहर एक बजे के आसपास रखरखाव का जिम्मा संभाले अवर एवं सहायक अभियंता के पहुंचने को लेकर गंभीर विषय मानते हुए कहा कि जहां ट्राली खराब हुई।वहां से लोनिवि थराली का कार्यालय मात्र 20 किमी की दूरी पर है, और अभियंताओं को साइड पर पहुंचने में 5 घंटे लग गए। जोकि एक गंभीर विषय है। इसे किसी भी हाल में बर्दास्त नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने मामले को गंभीर एवं आपदा के प्रति लापरवाही मानते हुए लोनिवि के अधिक्षण अभियंता गोपेश्वर से देर सायं मोबाइल फोन से बात करते हुए मानव जीवन के साथ लापरवाही बरतने वाले अभियंताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि अगर संबंधित जिम्मेदार अभियंताओं के खिलाफ तीन दिनों के अंदर कार्रवाई नहीं की गई तो वे धरने पर बैठने पर मजबूर होंगे। प्रमुख के इस कड़े रुख का जहां आम जनता ने स्वागत किया है। वही लोनिवि में हड़कंप मचना तय माना जा रहा है।