टूटा विजय बहुगुणा के जीत का रिकार्ड
आंखिर पांच का पचपन कर ही गयी भाजपा
दिनेश चंद्र पांडेय, चम्पावत।
चम्पावत का उपचुनाव सीएम धामी की धमाकेदार जीत के साथ उत्तराखंड के चुनावी इतिहास में नई ईबारत लिख गया है। 55025 वोटों के अंतर की जीत ने जहां पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के रिकार्ड को ध्वस्त किया, वहीं कांग्रेस की शर्मनाक हार ने उसके संगठन पर तमाम सवाल तो खड़े कर ही दिए हैं।
मालूम हो कि 2022 के विधानसभा चुनाव में सीएम का चेहरा होने के बाद धामी की खटीमा से हार हो गयी थी। लेकिन सूबे में 47 सीटें आने के बाद हाईकमान ने भरोसा जताते हुए फिर धामी को सीएम चुना। अब उनके सामने उपचुनाव के जरिए विधायक बनने की चुनौती थी। जिस पर उन्होंने चम्पावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी का आग्रह स्वीकार कर चम्पावत से चुनाव लड़ने की हामी भर दी। भाजपा के राष्ट्रीय, प्रदेश, जिला संगठन के अलावा सरकार के मंत्रियों और विधायकों ने इस चुनाव को बड़ी शिद्दत और मेहनत के साथ लड़ा। जिसका नतीजा आज 55025 मतों की धमाकेदार जीत के जरिए सामने है।
उसके उलट कांग्रेस ने उम्मीदवार के रुप में निर्मला गहतोड़ी को टिकट देकर पहले ही वाकओवर दे दिया था। फिर चुनाव के दौरान संगठन और वरिष्ठ नेताओं ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। यहां वह प्रचार के लिए आए तो सही, लेकिन पिकनिक के रुप में। यहां तक स्वयं प्रत्याशी ने यह स्वीकार किया कि उसके पास केवल कांग्रेस का चुनाव चिन्ह था। चुनाव में उन्हें अकेला ही छोड़ दिया गया। हालांकि बाद में वह इस बयान से मुकर गयी। इसके अलावा चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर दल बदल भी कांग्रेस के लिए नुकसानदेह रहा और इसके अलावा 31 मई को हुए मतदान में जिस तरह से कांग्रेस के बस्ते नहीं लगे थे, उससे साफ जाहिर हो गया था कि भाजपा की जीत पक्की है। लेकिन जो धमाकेदार जीत हुई है, उससे कांग्रेस के बडे नेता सवालों के घेरे में हैं। वह सत्ता का दुरुपयोग और प्रशासन के उपर आरोप लगाकर इससे पीछे छुड़ा नहीं सकते।
इस चुनाव में ईवीएम के जरिए 61595 वोटों में से भाजपा को 57268 कांग्रेस को 3147 सपा के ललित भट्ट को 409 हिमांशु गढ़कोटी को 399 तथा नोटा को 372 वोट मिले।
जबकि पोस्टल वैलेट में भाजपा को 990 कांग्रेस को 86 सपा को 4 निर्दलीय को 3 तथा नोटा को 5 वोट मिले।
कुल मिलाकर 62898 मतों में से धामी 58258, निर्मला 3233, ललित 413 हिमांशु 402 और नोटा 377 वोट लाए। जबकि 215 पोस्टल मत अवैध पाए गए।