लोहारी। लगातार 95वें दिन भी ब्यासी बांध से पूर्ण रुप से प्रभावित एकमात्र जनजातीय राजस्व गांव लोहारी के काश्तकारों का धरना प्रदर्शन जारी रहा।
लोहारी के ग्रामीणों द्वारा प्रदेश सरकार की जनविरोधी नितियों तथा असंवेदनशीलता पर जमकर नारेबाजी करते हुए अपना रोष व्यक्त किया।
लोहारी के ग्रामवासीयों का कहना है कि वर्तमान प्रदेश सरकार इतनी असंवेदनशील हो चुकी है कि प्रदेश के मुख्य सेवक तथा शासन.प्रशासन को ग्रामीणों की पीडा तथा दुख.दर्द का कोई एहसास नहीं है जो कि बहुत हि दुखद विषय है, कोई इतना निर्दयी और निष्ठुर कैसे हो सकता है।
ये वर्तमान प्रदेश सरकार की बानगी को देखते हुए समझा जा सकता है कि सरकार के मुखिया से लेकर सभी प्रशासनिक नुमाइंदों को विगत 93 दिनों से धरना.प्रदर्शन कर रहे लोहारी की मातृशक्ति, बच्चों तथा बुजुर्गों की पीडा एँव व्यथा ना दिखाई दे रही है और ना हि सुनाई दे रही है, सत्ता की मद में चूर इन सत्ताधिशों को लोहारी के ग्रामीणों से कोई सरोकार नहीं है जो कि अपने आप में एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण मामला है।
लोहारी के ग्रामीणों की सिर्फ यही माँग है कि वर्तमान राज्य सरकार 3 जनवरी 2017 के रेशम विभाग के कैबिनेट के फ़ैसले मद संख्या.35 को पुनः कैबिनेट में लाकर बहाल करे, अन्यथा ग्रामीणों का आंदोलन ऐसे हि निरंतर जारी रहेगा।
धरना प्रदर्शन में श्री भाव सिंह, मंगल सिंह, नरेश चौहान, दिनेश चौहान, दिनेश तोमर, रमेश चौहान, राजेन्द्र तोमर, गोपाल तोमर, राजेश चौहान, गजेंद्र चौहान, सुरेन्द्र तोमर, अन्शुल तोमर, रणवीर चौहान, जीवन तोमर, अमित चौहान, राजपाल तोमर, दिवान, कल्लू वर्मा, श्रीमति सावित्री देवी, आशा चौहान, रेखा चौहान, उषा तोमर, अनिता देवी, चन्दा चौहान, भीमो देवी, गुल्लो देवी, शर्मिला तोमर, रेखा वर्मा आदि उपस्थित रहे।












