प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। सीमान्त जोशीमठ प्रखण्ड के द्वीग-तपोंण ग्राम पंचायतों को सड़क संपर्क से जोड़ने के लिए इन गांवों को अटल आदर्श गांव बनाया गया, ताकि ये गांव आजादी के बाद मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित हो सकें। इस दिशा में कार्यवाही भी हुई, मिनी सचिवालय का निर्माण हुआ और करीब 90 प्रतिशत सड़क कटिंग का कार्य भी पूरा हो चुका है।
लेकिन अब सड़क पर ही संकट के बादल मंडराने लगे हैं। दरसअल बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के गुलाबकोटी नामक जिस स्थान से द्वीग.तपोंण के लिए सड़क संपर्क शुरू होता है, वहाँ पर भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग भी खतरे की जद में है, लेकिन एनएच ग्रामीणों की आवाजाही की वैकल्पिक ब्यवस्था की सोचे बिना ही संपर्क सड़क पर अतिक्रमण करना शुरू कर दिया और अब उस स्थान से वाहनों का आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है।
ग्रामीणों ने सड़क को अतिक्रमण से बचाने के लिए प्रशासन व संबंधित विभागों से भी संपर्क किया लेकिन निराशा ही हाथ लगी। ग्राम प्रधानों ने वीडीसी बैठक मे भी इस समस्या को रखाएबावजूद एनएच ने कार्य जारी रखा हुआ है।
क्षेत्र पंचायत के पूर्व सदस्य मथुरा प्रसाद हटवाल के अनुसार वर्ष 1970 से पूर्व बद्रीनाथ का सड़क संपर्क मार्ग तपोंण होते हुए ही था, 1970 की बेलाकुची बाढ़ के बाद सड़क का एलाइमेन्ट बदला, लेकिन अब उस सड़क पर भी अतिक्रमण कर सड़क विहीन ग्रामीणों के सड़क के सपने को चकनाचूर किया जा रहा है।
श्री हटवाल ने कहा कि बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सुरक्षित रहे ऐसा सभी ग्रामीण चाहते हैं, लेकिन वैकल्पिक ब्यवस्था किये बिना ही वाहनों की आवाजाही बंद करना उचित नहीं है। और अब सड़क विहीन ग्रामीणों के पास आंदोलन ही एकमात्र रास्ता रह गया है।
संपर्क करने पर लोनिवि के सहायक अभियंता अनिल कुमार यादव ने बताया कि वे उक्त स्थल पर लगातार कार्य रुकवाने का आग्रह एनएच के अधिकारियों से कर रहे हैं, लेकिन वे न विभाग की सुन रहे हैं और न ग्रामीणों की। उन्होंने बताया कि एनएच द्वारा संपर्क सड़क पर ही सटरिंग कर पल्म भरे जा रहे।
वस्तुस्थिति की जानकारी उनके द्वारा उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। वैकल्पिक ब्यवस्था होने तक कार्य रुकवाने का प्रयास किया जा रहा है।