उरगम घाटी। सीमांत क्षेत्र में वन पंचायतों को सशक्त करने के लिए पंचवर्षीय योजना तैयार की जा रही है। इस कार्यक्रम के तहत गांव स्तर पर सहभागी विधि के माध्यम से लोगों के साथ बातचीत करके कार्य योजना बनाई जा रही है।

यह जानकारी रिसोर्स एनजीओ से जुड़े हुए विशेषज्ञ संस्था जनदेश के लक्ष्मण सिंह नेगी, रघुवीर सिंह चौहान ने बताया कि लोगों के साथ आम बैठक कर वन पंचायतों में संभावित कार्य योजना के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा परी चर्चा हो रही है। लोगों ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि अधिकांश गांव में 60 से 70 प्रतिशत कृषि उपज का नुकसान जंगली सूअरों के द्वारा किया जा रहा है। महिला पुरुषों के द्वारा सूअरों को रोकने के लिए उपाय के बारे में विचार रखे जा रहे हैं। दूसरी तरफ बंदरों के द्वारा भी खेती को बड़ा नुकसान हो रहा है, जिससे किसान चिंतित दिखाई दे रहे हैं।
कई किसानों ने अपने विचार रखे कि ग्राम पंचायत बन पंचायत एवं संबंधित विभागों की संयुक्त योजना बननी चाहिए और गांव के चारों तरफ तार बाड़ किया जाना चाहिए जिससे कि जंगली जानवर खेती का नुकसान न कर पाए यदि खेती के बारे में सरकार ने कोई उचित निर्णय ले लिया तो पहाड़ों में खेती समाप्त हो जाएगी सूक्ष्म नियोजन कार्य योजना में 60 प्रतिशत से अधिक काश्तकारों का मानना था कि खेती पर आधारित बाढ़ सुरक्षा के कार्य ही होने चाहिए इसके अलावा प्राकृतिक पुनर उत्पादन वनीकरण उद्या निकरण प्रकृति आधारित पर्यटन को भी बढ़ावा देने की बात ग्रामीण करते हैं।

जल संग्रहण जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए नवीनतम तकनीकी हस्तांतरण की भी बात ग्रामीण काश्तकारों ने रखी बाढ़ सुरक्षा के कार्यों में चेक डैम निर्माण भूमि सुरक्षा के कार्य करने की मांग के साथ लोगों ने प्रस्ताव रखें महिलाओं ने आत्मनिर्भर बनने के लिए आवर्धन कार्यक्रम को भी जोड़ने की बात अपने स्तर से रखी मुख्य रूप से प्राकृतिक संसाधन के प्रबंधन के साथ.साथ उनके दोहन की भी बात लोगों ने रखी। गांव के स्तर पर जंगल जाने वाले रास्तों के मरम्मत के लिए इस कार्य योजना में प्रस्ताव रखने के साथ.साथ आजीविका वर्धन के लिए उद्या निकरण एवं जैविक सब्जी उत्पादन की विभिन्न आयामों पर विचार विमर्श किया।
इस तरह के ग्रामीण स्तर पर छोटे.छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए जैसे होमस्टे मोन पालन कुकुट पालन ग्रामीण स्तर पर आटा चक्की सिलाई बुनाई आदि कार्यक्रम को प्राप्त प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया इस तरह की बैठक जनदेश के द्वारा बड़ागांव, मेंरग, पैका गांव में बैठक के संचालन की है। जिन लोगों ने अपनी पंचवर्षीय योजना तैयार करने में पूर्ण सहयोग किया गया लोगों के साथ प्राथमिकी करण एवं उनके संसाधनों पर पहुंच आदि विषयों पर भी चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ के बंद बीट अधिकारी एवं कर्मचारियों के द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है साथ ही वन पंचायत सरपंच एवं उनके वार्ड सदस्य महिला मंगल दल युवक मंगल दल ग्राम पंचायतों का भी सहयोग लिया जा रहा है। बड़गांव के सरपंच सुनील रावत मेंरग के सरपंच अंजना खत्री, पैका सरपंच के वीरेंद्र चौधरी अजीत पाल रावत लक्ष्मण सिंह पार्वती देवी नंदी देवी सहित दर्जनों लोगों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
लक्ष्मण सिंह नेगी की रिपोर्ट












