रिपोर्ट-सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
उत्तराखंड की लोक संस्कृति का पावन पर्व हरेला के शुभ अवसर पर प्रकृति को हरा भरा करने एवं संरक्षण के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के नेतृत्व में जिला प्रशासन, वन विभाग, ग्राम पंचायत, स्वयं सहायता समूह एवं स्कूली छात्र छात्राओं द्वारा ग्राम पंचायत फलई में वृहद पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
हरेला पर्व का शुभारंभ जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने रूद्राक्ष का पौधा लगाकर किया। जिलाधिकारी ने बताया कि हरेला कार्यक्रम के तहत एक लाख, आठ हजार, दो सौ बाईस पौधे लगाने का लक्ष्य है। हरेला के मौके पर जनपद में सभी विभागों, शिक्षण संस्थानों, ग्राम पंचायतों, वन पंचायतों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने अपने क्षेत्र में भी पौधारोपण किया गया।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जनपद वासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए उत्तराखंड में बढ़े हर्षोल्लास के साथ यह त्योहार मनाया जाता है।प्रकृति को हरा भरा करने के लिए तथा आने वाली पीढ़ी को किसी भी प्रकार से जल संकट का सामना न करना पड़े इसके लिए सभी को व्यक्तिगत तौर पर पौधारोपण कर उसके संरक्षण की जिम्मेदारी भी लेनी होगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि मानव द्वारा प्रकृति में अत्यधिक हस्तक्षेप के परिणाम स्वरूप प्रकृति को नुकसान हो रहा है। भूस्खलन, बाढ़ आदि आपदाये इसका ही परिणाम हैं। इन आपदाओं की रोकथाम के लिए सभी को अपने आसपास, नदी के किनारे एवं जंगलों में पौधा रोपण करना होगा, जिससे भूमि और जल दोनों को बचाया जा सके। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों, स्कूली छात्रों, सरकारी कर्मचारियों समेत अन्य लोगों से अधिक से अधिक पेड़ लगाकर उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने की अपील की। जिलाधिकारी ने कहा कि नर्सरी समेत अन्य स्थानों पर पौधे तैयार करने में इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की जगह बांस की टोकरीएकागज या मजबूत पत्तों को इस्तेमाल में लाने के लिए प्रयास किए जा चाहिए।उन्होंने कहा कि हरेला के तहत लगाए जा रहे एक लाख से अधिक पौधों में फलदार, बांस, चारापति एवं अन्य औषधीय गुणों वाले पौधे लगाए जाएंगे।
मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने सभी को हरेला की बधाई देते हुए कहा कि आज के दिन जो पौधे लगाए जा रहे हैं उसकी सुरक्षा करनी बहुत जरूरी है उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत एव ग्रामीणों को पौधों के संरक्षण में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।बताया कि जिले में प्रमुख तौर पर आम, आंवला, रूद्राक्ष, बांस, कच्चनार के पौधे लगाए जा रहे हैं।कहा कि पौधा रोपण की मदद से जल संरक्षण के लिए भी सामुहिक रूप से कार्य करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख अगस्त्यमुनि विजया देवी, ग्राम प्रधान फलई विजयपाल सिंह राणा, परियोजना निदेशक डीआरडीए रमेश चंद्रा, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, वरिष्ठ कोषाधिकारी प्रवीण बढ़ानी, जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र चौधरी, जिला सेवायोजन अधिकारी कपिल पांडे, जिला आबकारी अधिकारी दीपाली शाह, वन संरक्षक सुभाष दंनजएजिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन रजवार, जिला बचत अधिकारी सूरत लाल, खंड विकास अधिकारी प्रवीण भट्ट, डीएसओ केके अग्रवाल, महिला मंगल दल अध्यक्ष सुनीता रावत, महादेव स्वयं सहायता समूह अध्यक्ष पूनम पंवार, प्रभारी प्रधानाचार्य जीजीआईसी रागिनी नेगी, शंकर भगवान स्वयं सहायता समूह की महिलाओं समेत अन्य लोग मौजूद रहे।