फोटो-ईओ नगर पालिका एवं उप जिलाधिकारियों से वार्ता करते हुए।
प्रकाश कपरूवाण
चमोली। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बुधवार को वर्चुअल माध्यम से नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों की बैठक लेते हुए शहरी विकास से जुड़ी विभिन्न योजनाओं और कोविड.19 महामारी की रोकथाम को लेकर संचालित कार्यों की गहन समीक्षा की। इस दौरान जिलाधिकारी ने सभी नगर पालिकाओं से उनकी आवश्यकताओं के संबध में विस्तृत चर्चा की। जिसमें नगर पालिका गोपेश्वर में सिटी बस हेतु 16.8 लाख, पीपलकोटी में कूडा वाहन हेतु 9 लाख तथा बद्रीनाथ में सामग्री वाहन एवं पथ प्रकाश व्यवस्था हेतु 11.75 लाख धनराशि की स्वीकृति दी गई। जिलाधिकारी ने स्वीकृत वाहनों की शीघ्र खरीद करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके अतिरिक्त भी यदि निकायों की कोई आवश्यकता हो तो शीघ्र इसका प्रस्ताव देें।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि निकाय क्षेत्रों में डोर.टू.डोर कूडा कलेक्शन करते हुए सभी नगर क्षेत्रों को डस्टबिन फ्री करना सुनिश्चित करें। कतिपय निकायों में शौचालयों के निर्माण कार्य पूरा होने के बावजूद भी अभी तक आनलाइन न किए जाने पर जिलाधिकारी ने सभी ईओ को निर्देश दिए कि नगर क्षेत्रों में व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक शौचालय के निर्माण कार्य पूरा होने के साथ.साथ उनको आनलाइन करना भी सुनिश्चित करें। साथ ही एनएच द्वारा निर्मित शौचालयों का भी शीघ्र हस्तांतरित कराकर शीघ्र उसका संचालन शुरू करने के कहा।
जिलाधिकारी ने नगर निकायों में वेस्ट टू वर्डर पार्क का निर्माण करानेए बच्चों के लिए झूले आदि लगाकर पार्को का सौन्दर्यीकरण करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी निकायो में पार्को के सौन्दर्यीकरण एवं बंदर पकडने के लिए आवंटित धनराशि की उपयोगिता एवं अद्यतन प्रगति विवरण उपलब्ध कराने को कहा। वही डेंगू की रोकथाम को लेकर नगर क्षेत्रों में पानी की उचित निकासीए नालियों की सफाई करने तथा मच्छर मारने के लिए कीटनाशक दवाओं का छिडकाव व फागिंग करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड.19 की रोकथाम के लिए निकाय क्षेत्रों में नियमित सेनेटाइजेशन, फाॅगिंग एवं साफ सफाई की जाए। होम आइसोलेशन एवं क्वारेंटीन केन्द्रों के बायोमेडिकल वेस्ट का उचित निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी वार्डो को अतिरिक्त मेडिकल किट दी गई है। यदि वार्ड में किसी भी व्यक्ति को मेडिकल किट की आवश्यकता हो तो तत्काल उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। डीएम ने यह भी निर्देश दिए कि कोविड कफ्यू के चलते बाजार बंदी के कारण निकाय क्षेत्रों में फडए ठेलीए रेडी चलाने वाले जो गरीब व्यवसायी प्रभावित हुए है उनको आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु पीएम स्वानिधि योजना के तहत चिन्हित करते हुए लाभान्वित किया जाए।
वही दूसरी ओर जिलाधिकारी ने कोविड की रोकथाम को लेकर सभी एसडीएम के साथ भी वर्चुअल काॅन्फ्रेंस करते हुए ब्लाक स्तर पर आइवरमेक्टिन दवा वितरण कार्यो की विस्तृत समीक्षा की। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि आइवरमेक्टिन दवा वितरण में और तेजी लाई जाए और जल्द से जल्द सभी लोगों तक दवा पहुॅचायी जाए। उन्होंने कहा कि बीएलओ के माध्यम से घर.घर आइवरमेक्टिन वितरण की दैनिक रिपोर्ट ली जाए और कही पर आइवरमेक्टिन की अतिरिक्त आवश्यकता है तो इसकी डिमांड प्रस्तुत करें। कहा कि ब्लाक एवं तहसीलों को पर्याप्त मात्रा में आइवरमेक्टिन टेबलेट उपलब्ध कराई जाएगी। इस दौरान बताया गया कि अभी तक जोशीमठ में 57.26, कर्णप्रयाग 47.92, गैरसैंण 53.17, घाट 55.42, देवाल 70.62, दशोली 56.39, नारायणबगड 52.85, पोखरी 62.03 तथा थराली 51.38 प्रतिशत लोगों को आइवरमेक्टिन टेबलेट दी जा चुकी है।
जिलाधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य टीम द्वारा जिले के 610 गांवों में से 458 गांवों में कोविड जांच की जा चुकी है। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि अवशेष गांवों में भी मेडिकल टीम भेजकर कोविड जांच कराई जाए। बताया कि जिले में सभी पीएचसी में भी रैपिड एंटीजन किट रखी गई है। लोग पीएचसी में भी टेस्ट करा सकते है। इसके अलावा सभी ग्राम प्रधानों को मेडिकल किट उपलब्ध कराई गई है। गांव में किसी भी व्यक्ति को जरूरत हो तो ग्राम प्रधान से तत्काल मेडिकल किट दिलाई जाए। जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को अपने क्षेत्रान्तर्गत होम आइसोलेशन के लिए जारी गाइडलाईन का भी पूरी तरह से अनुपालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, अपर जिलाधिकारी हेमंत वर्मा सहित सभी एसडीएम एवं नगर निकायों के ईओ वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।