देहरादून (प्रियांशु सक्सेना)। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के अन्तर्गत गठित ग्रामीण उद्यम त्वरण परियोजना देहरादून द्वारा गरीबी से उद्यमिता की ओर स्वंय सहायता समूहों एवं फेडरेशनों के महिला सदस्यों को आजीविका परक एवं उद्यम गतिविधियों से जोडने एवं उनकी आय वृद्धि के लिए बनाने का कार्य किया जा रहा है। परियोजना के अन्तर्गत क्रियान्वित की जा रही गतिविधियों के अन्तर्गत अत्यंत गरीब परिवारों को उद्यम स्थापना के लिए सहयोग प्रदान किया जाना एक महत्वपूर्ण गतिविधि है। जिसके लिए अल्ट्रापुअर परिवारों को ब्याज रहित ₹35000 की ऋण उद्यम स्थापना के लिए प्रदान की जा रही है। परियोजना अन्तर्गत लाभान्वित हुई डोईवाला ब्लाॅक के ग्राम फतहपुर निवासी एवं वैष्णो देवी स्वयं सहायता समूह की सदस्य रूमी देवी ने परचून की दुकान की स्थापना की हैं। परियोजना के सहयोग एवं अपने उद्यम स्थापना से पहले रूमी देवी दैनिक श्रमिक के रूप में अस्थिर आय से अपने परिवार का गुजारा करती थी। अपने नये उद्यम की मदद से रूमी देवी को अपनी उद्यमशीलता की क्षमताओं का लाभ उठाने और दुकान से दैनिक उपयोग के उत्पादों की स्थानीय मांग को पूरा कर आय सृजन कर रही है। परियोजना के वित्तीय सहयोग से उनके परिवार को वित्तीय रूप से स्थिरता एवं सकारात्मक दिशा मिली है। परियोजना के सहयोग से वे प्रतिमाह तीन से चार हजार तक की आय कर रही है। मुख्य विकास अधिकारी देहरादून के मार्गदर्शन में ग्रामीण उद्यम वेग त्वरण द्वारा परियोजना 451अति गरीब परिवारों को परियोजना सहयोग प्राप्त कर स्थानीय स्तर पर छोटे उद्यमों का संचालन एवं आय अर्जित की जा रही है। वित्तीय वर्ष 2024 –25 में भी परियोजना के तहत जनपद देहरादून के 800 परिवारों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है।