रिपोर्टर : प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला: देश की आजादी में कई वीर सपूतों ने अपनी शहादत दी है। उन्हीं में से एक डोईवाला निवासी अमर शहीद मेजर दुर्गामल्ल भी शामिल हैं। जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष का बिगुल फूंक कर देश के लिए अपनी शहादत भी दी थी।
बाल्यकाल से ही उनके अंदर देशभक्ति का जुनून सवार था। उस समय देश में आजादी की क्रांति की ज्वाला भड़क रही थी। आजादी के समय अंग्रेजों भारत छोड़ो के नारे के साथ जगह-जगह जन आंदोलन हो रहे थे।
इस बीच वर्ष 1942 में वह सिगापुर में भारतीय फौज के गोरखा राइफल में हवलदार थे। इसके बाद वह देश को आजादी दिलाने के उद्देश्य से नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिद फौज में भर्ती हो गए। 25 अगस्त 1944 को ब्रिटिशर द्वारा दिल्ली में मेजर दुर्गा मल्ल को फांसी की सजा दे दी गई।
उनकी याद में डोईवाला नगर पालिका में स्मारक भी बनाया गया है और गुरुवार को उनकी शहादत के 78 वर्ष पूरे होने पर शहीद दुर्गा मल्ल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि एवं माल्यार्पण किया गया।
प्रभारी प्राचार्य डॉ डीएन तिवारी ने कहा कि हमें शहीद दुर्गा मल्ल के जीवन से प्रेरणा लेकर उनके आदर्शों पर चलना चाहिए। कार्यक्रम की संयोजक डॉ राखी पंचोला, सह संयोजक डॉ पूनम पांडे एवं डॉ अंजली वर्मा रही।
पूर्व प्रधान नरेंद्र सिंह नेगी, सांसद प्रतिनिधि रविंद्र बेलवाल, कैप्टन आनंद सिंह राणा, दीवान सिंह रावत, कुंवर सिंह गोसाई महेंद्र सिंह नेगी ने भी माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। कॉलेज के सभी छात्र संगठनों द्वारा संयुक्त रुप से शहीद दुर्गा मल्ल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस दौरान छात्र संग अध्यक्ष अभिषेक पुरी, डॉ नवीन नैथानी, डॉ शुक्ला, डॉ डी पी सिंह, डॉ कंचन सिंह, डॉ पूनम धस्माना, दिव्यांशु जोशी, आयुष उनियाल, राज किरण शाह, रिया जोशी, संजू ठाकुर, गौरव, रोहन दीप, सतनाम सिंह भी उपस्थित रहे।