
फोटो-01- नीती घाटी में सडक चाौडीकरण का कार्य शुरू।
02– मारवाडी-जोशीमठ सडक के सुधारीकरण का कार्य भी जारी।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। देश के अन्तिम गाॅव नीती को भी डबल लेन सडक से जोडने का कार्य शुरू हो गया है। 140 करोड की लागत से होगा चैडीकरण का कार्य। सीमा दर्शन पर्यटन व धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढावा।
भारत-चीन सीमा से सटे देश के अन्तिम गाॅवों नीती-माणा को बेहतर सडक नेटवर्क से जोडने की कवायद निरंन्तर जारी है। माणा गाॅव को डबल लेन से जोडने के बाद नीती गाॅव तक भी डबल लेन सडक का कार्य शुरू हुआ है। नीती घाटी में कुरकुटी से गमशाली-नीती तक 18 किमी0 सडक का चैडीकरण किये जाने का कार्य बीआरओ द्वारा शुरू किया गया है। 140 करोड की लागत से हो रहे इस चैडीकरण कार्य मंे सात बडे मोटर पुलों का निर्माण भी किया जाना है।
नीती घाटी में पर्यटन व धार्मिक पर्यटन को बढावा देने के लिए यह सडक मील का पत्थर साबित होगी। इस मार्ग के डबल लेन बनने के बाद सीमा दर्शन यात्रा व टिम्मरसैण्ंा महादेव की यात्रा भी बेहतर हो सकेगी। और आने वाले वर्षो मे तपोवन-भविष्य बदरी के साथ ही नीती घाटी मे भी पर्यटको व तीर्थयात्रियों के पंहुचने का सिलसिला शुरू होगा। जो भारत-चीन सीमाओ से सटे गाॅवों मे पलायन रोकने मे भी सहायक सिद्ध होगा। नीती घाटी मे प्रसिद्ध टिम्मर सैंण महोदव का शिवधाम भी है,यहाॅ प्रतिवर्ष दूर-दूर से शिव भक्त पंहचते है। श्रावण मास मे तो यहाॅ शिवभक्तांे का ताॅता लगा रहता है। टिम्मरसैंण महादेव को छोटा अमरनाथ नाम से भी जाना जाता है। यहाॅ शीतकाल मे गुफा मे विराजमान शिव लिंग भी अमरनाथ की तरह बर्फ का शिवििलंग वन जाता है।
अब नीती तक डबल लेन सडक बन जाने के बाद शीतकाल मे भी सडक को खोले रखने का भरसक प्रयास होगा और शीतकाल मे भी नीती घाटी धार्मिम पर्यटको से गुलजार रह सकेगी।
सीमाओ के सडक नेटवर्क के साथ ही बीआरओ द्वारा जोशीमठ नगर क्षेत्र मे मारवाडी से जोशीमठ 10किमी0 सडक के सुधारीकरण का कार्य भी किया जा रहा है, जिसमे डामरीकरण के साथ ही नालियों का निर्माण, क्रैस बैरियर व डेलीनेटर लगाने के साथ ही कठिन चढाई वाले स्थानो को समतल किया जा रहा है।












