कमल बिष्ट।
कोटद्वार। जनपद पौड़ी गढ़वाल के लैंसडाउन वन प्रभाग क्षेत्रांतर्गत विकासखण्ड द्वारीखाल में दहशत का पर्याय बने गुलदार को नरभक्षी घोषित कर दिया गया है। वन विभाग ने भविष्य में किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए क्षेत्र में शिकारी दल तैनात कर दिया है।
गत सप्ताह के दौरान गुलदार ने एक युवक को हमला कर मार डाला और एक युवक को गंभीर रूप से घायल कर दिया। जानकारी के अनुसार लैंसडौन रेंज के सिलोगी बीट के अंतर्गत ग्राम कांडी में गत मंगलवार को सुबह करीब 4 बजे गुलदार टेंट के अंदर घुसकर वहां सो रहे 32 वर्षीय वीर बहादुर पर अचानक हमला कर दिया था। गुलदार ने उसको टेंट से बाहर खींचने का प्रयास करने लगा लेकिन वहां पर अन्य श्रमिकों ने शोर मचा दिया था, जिससे वीर बहादुर बाघ के पंजे से बच गया, लेकिन वह संघर्ष में बुरी तरह घायल हो गया। जिसके बाद गुलदार टेंट से बाहर निकल कर जंगल की ओर भाग गया।
इससे पहले एक जुलाई को द्वारीखाल ब्लॉक ग्राम पंचायत किनसुर के बागी गांव निवासी 28 वर्षीय पृथ्वी चंद्र पुत्र यशवंत सिंह बकरियां और मवेशियों को चुगाने के लिए जंगल गया था। इसी दौरान जंगल में गुलदार ने हमला करके उसे मार दिया। जिसके बाद से क्षेत्रीय लोगों द्वारा गुलदार को नरभक्षी घोषित करके शूटर तैनात किए जाने की मांग की जा रही थी। मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक उत्तराखण्ड की ओर से आतंक का पर्याय बन चुके गुलदार को नरभक्षी घोषित कर उससे निपटने की अनुमति दे दी गई। लैंसडौन वन प्रभाग के डीएफओ दीपक कुमार ने बताया कि गुलदार को नरभक्षी घोषित कर दिया गया है। पहले उसे ट्रैंकुलाइज कर कैद करने की कोशिश करेंगे। परन्तु पकड़े न जाने की दशा में मारने के आदेश मिल गये हैं। जनसुरक्षा की दृष्टि से क्षेत्र में शिकारी दल तैनात कर दिया गया है।










