हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली।
विकासखंड नंदानगर के माणखी गांव से चली भगवती द्वारी की यात्रा 31 वें पड़ाव विकास खंड देवाल के इच्छोली पहुंच गई हैं। मंगलवार को यात्रा अटठू गांव होते हुए बेराधार पहुंचेगी।
विकासखंड नंदानगर के माणखी गांव से निकली भगवती द्वारी यात्रा निरंतर अपने अगले पड़ावों की ओर अग्रसर है। 44 वर्षो के लंबे समयांतराल के बाद निकली यात्रा का पूरे यात्रा मार्ग में भगवती के भक्तों के द्वारा भव्य रूप से स्वागत किया जा रहा है। रविवार की देर सायं यात्रा के हाट कल्याणी पहुंचने के बाद से पूरी रात देव स्तुति में झोड़े,चाचड़ी के बाद देवी द्वारी के साथ ही अन्य देवी देवताओं के पश्वाहों ने नृत्य करते हुए भक्तों को आशीर्वाद दिया। इसके बाद सोमवार को भी दोपहर 1 बजे से हाट कल्याणी में फिर से देव पश्वा अवतारित हुए और पुनः एक बार कौथीग का आयोजन किया गया। इसके बाद देर सायं करीब 4 बजें यात्रा अपने 31 वें पड़ाव इच्छोली के लिए रवाना हुई।इस दौरान यात्रा के साथ चल रहे कमेटी के अध्यक्ष बची राम सती, प्रधान व यात्रा संचालक अशोक सती, कोषाध्यक्ष शिव प्रसाद मैंदोली, देवगुरु राजेंद्र सिंह नेगी, पंडित सतीश चन्द्र सती,वासवानंद जोशी, दिलमणी प्रसाद चमोला,पांडव के पश्वा नरेश पंत, दिगम्बर सिंह गड़िया, अनसूया प्रसाद सत,अयुश सती, रितिक गौड़,मानव पंत,चंदन भंडारी, प्रियांशु सती, गणेश सती, मथुरा प्रसाद सती,जागर गायक कली राम, मथुरा दास आदि ने यात्रा के दौरान उलंग्रा में आयोजित कौथिक में मुख्य भूमिका निभाई। इस मौके पर हाट कल्याणी के ग्राम प्रधान मनोज मिश्रा,लखपत सिंह आदि के नेतृत्व में यात्रा का स्वागत एवं विदाई की गई।देर सायं यात्रा इच्छोली गांव में पहुंच गई है।