अल्मोड़ा। पूर्व विधायक मनोज तिवारी ने कोरोनाकाल में सुरक्षा की दृष्टि से लागू लाकडाऊन से व्यापारियों, कोचिंग इन्स्टीट्यूट संचालकों, जिम संचालकों, फड़ व्यवसाईयों, होटल व्यवसाईयों, टैन्ट हाऊस संचालकों, टैक्सी संचालकों, रैस्टोरैंट संचालकों, प्रिंटिंग प्रैस संचालकों, हेयर ड्रैसरों सहित अन्य को हुए नुकसान की भरपाई के लिए आर्थिक सहायता देने की मांग को लेकर आज गांधी पार्क चौघानबाटा अल्मोड़ा में उपवास किया।
इस अवसर पर पूर्व विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि कोरोनाकाल की पहली और दूसरी लहर में लागू लाकडाऊन ने व्यापारियों की कमर तोड़ कर रख दी है। लगातार बाजार बन्द होने से व्यापारियों की आर्थिक स्थिति बेहद दयनीय हो चुकी है।आज व्यापारी बैंकों के कर्ज तले दब चुके हैं पर कोई व्यापारियों की सुध लेने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि केन्द्र/राज्य सरकार को एक स्पष्ट नीति बनाते हुए प्रत्येक व्यापारी को तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध करानी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की है कि जिन भी व्यापारियों ने अपने व्यापार के लिए बैंकों से कर्ज लिया है उनका कोरोनाकाल का ब्याज स्पष्ट रूप से माफ किया जाए। इसके अलावा कोरोनाकाल का प्रत्येक व्यापारी का कम से कम छः माह का बिजली एवं पानी का बिल माफ किया जाए। उन्होंने कहा कि इसी तरह कोचिंग एवं जिम भी इस कोरोनाकाल में पूरी तरह बन्द रहे जिससे इनके संचालकों और वहां कार्य करने वाले लोगों के सामने अपने परिवार के भरण पोषण की समस्या उत्पन्न हो गयी है। श्री तिवारी ने कहा कि सरकार कोचिंग एवं जिम संचालकों के लिए भी आर्थिक सहायता की तत्काल घोषणा करे तथा जिन कोचिंग एवं जिम संचालकों ने अपने कोचिंग एवं जिम के लिए बैकों से ऋण लिया है उनके ऋण का छः महीने का ब्याज केन्द्र सरकार पहल करते हुए तुरन्त माफ करवाये। उन्होंने कहा कि लघु व्यवसाईयों के रूप में हजारों फड़ व्यवसाई भी हैं जो दैनिक रूप से अपना व्यापार कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं, परन्तु इस कोरोनाकाल में उनका व्यवसाय पूरी तरह से तबाह हो चुका है। सरकार को इन समस्त फड़ व्यवसाईयों को प्राथमिकता के आधार पर आर्थिक सहायता उपलब्ध करानी चाहिए ताकि ये अपना व्यापार पुनः संचालित कर सके।
उन्होंने कहा कि इसी तरह होटल संचालक, रैस्टोरैंट संचालक, टैन्ट हाऊस संचालक सहित प्रिंटिंग प्रैस संचालक, हेयर ड्रैसर, आटोमोबाइल वाले इस लाकडाऊन में पूरी तरह से आर्थिक रूप से कमजोर हो चुके हैं। सरकार इन्हें भी वरीयता के क्रम में लेकर अविलम्ब इन्हें भी आर्थिक सहायता दे तथा इनके बैंक ऋण का ब्याज माफ करे। उन्होंने कहा कि अनेक ऐसे टैक्सी संचालक भी हैं जिनकी इस लाकडाऊन ने कमर तोड़ कर रख दी है। काम ना चल पाने के कारण वे ऋण से लिए हुए वाहन की किश्त तक भरने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार टैक्सी संचालकों को भी आर्थिक सहायता दे तथा इनके बैंक ऋण का ब्याज माफ कर इन्हें ऋण की किश्तें चुकाने के लिए भी अतिरिक्त समय दे। श्री तिवारी ने नगरपालिका और जिला पंचायत से भी अनुरोध किया है कि उनके स्वामित्व में जितनी भी दुकानें हैं उनका किराया इनके द्वारा माफ किया जाए ताकि व्यापारियों को कुछ राहत मिल सके।उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में भाजपा की इस डबल इंजन सरकार ने ना तो व्यापारियों, ना ही कोचिंग संचालकों, ना ही जिम संचालकों और ना ही किसी वर्ग को आर्थिक सहायता दी और ना ही जनता के बारे में सोचा।स्वास्थ्य सुविधाएं देने में तो यह सरकार पहले ही असफल साबित हो गयी थी।
अब लाकडाऊन के कारण आर्थिक रूप से बदहाल हुए लोगों के लिए भी इस सरकार के पास कोई रणनीति नहीं है। उन्होंने प्रदेश केन्द्र सरकार से स्पष्ट शब्दों में मांग की है कि सरकार अविलंब इन सभी वर्गों के बारे में सोचे तथा इन्हें आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाये। श्री तिवारी के उपवास को नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, कांंग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला, पूर्व जिला सचिव व्यापार संघ तारा चन्द्र जोशी, पीसीसी सदस्य हर्ष कनवाल, व्यापार मंडल उपाध्यक्ष प्रत्येश पान्डेय, व्यापार मंडल उपाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद, व्यापार मंडल कोषाध्यक्ष कार्तिक साह, व्यापार मंडल महासचिव मयंक बिष्ट, मंजू कान्डपाल, भूपेन्द्र भोज, महिला जिलाध्यक्ष लता तिवारी, राधा बिष्ट, गीता सैनी, डेयरी फेडरेशन प्रदेश उपाध्यक्ष दीप सिंह डांगी, जिला उपाध्यक्ष विनोद वैष्णव, जिला प्रवक्ता राजीव कर्नाटक, जिला सचिव दीपांशु पान्डे, अख्तर हुसैन, नवल बिष्ट, पन्नालाल कन्नौजिया, राबिन भण्डारी, हेम चन्द्र जोशी, मनोज कुमार वर्मा, मुकेश नेगी, विपुल कार्की, फाकिर खान, सुनील कठायत, महेश चन्द्र आर्या, बाल विक्रम सिंह, नरेश बाराकोटी, दिनेश चन्द्र जोशी, देव सिंह चौहान, शाहिद, नवल बिष्ट, लोकेश तिवारी, विक्की बिनवाल सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।