देहरादून। ईगास पर्व पर 8 नवंबर को अवकाश की मांग विभिन्न संगठनों के तरफ से उठी थी। इसी तरह की मांग का गलत फायदा उठाकर शरारती तत्वों ने अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के हस्ताक्षरों से ईगास पर अवकाश का एक फर्जी शासनादेश सोशल मीडिया में जारी कर दिया। इससे उत्पन्न हुई स्थिति पर सफाई देते हुए अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को एक आदेश जारी करना पड़ा जिसमें ईगास पर किसी तरह का अवकाश न होने की बात कही गई है।
बिहारी समाज के छठ पर्व पर अवकाश और उत्तराखंड के पर्व ईगास पर अवकाश न होने को लेकर पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया में बहस चल रही थी। इसी बीच सोशल मीडिया में एक आदेश वायरल होने लगा, जो फर्जी तौर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के हस्ताक्षरों से जारी किया हुआ प्रसारित किया गया था।
इस आदेश का प्रभाव इस कदर प्रसारित होने लगा कि आखिर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को सफाई देते हुए कहना पड़ा कि ईगास पर कोई अवकाश घोषित नहीं किया गया है। बताया यहां तक जा रहा है कि इस फर्जी वायरल आदेश को लेकर उत्तराखंड शासन इस कदर गंभीर बना हुआ है कि ऐसा फर्जी आदेश जारी करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की तैयारी चल रही है।