फोटो– योग बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से डोली बदरीनाथ के लिए प्रस्थान करती हुई।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। शंकराचार्य गददी, उद्धव व कुबेर की डोली के साथ मुख्य पुजारी श्री रावल बदरीनाथ पंहुचे। यहाॅ मौजूद श्रद्धालुुओ ने देव दर्शनी से डोलियों का पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया।
अनादिकाल से चली आ रही कपाटोदघाटन से पूर्व की पंरपरा का निर्वहन करते हुए श्री बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी श्री रावल पांडुकेश्वर के एक दिवसीय प्रवास के उपरांत यहाॅ से उद्वव व कुबेर भगवान की डोलियो तथा आद्य जगदगुरू शंकराचार्य की गददी के साथ बदरीनाथ धाम पंहुचे। गढवाल स्काउउट की बैण्ड धुन के साथ भू-वैकुंठ धाम पंहुचे श्री रावल व डोलियो का यहाॅ जोरदार स्वागत किया गया। कपाटोदघाटन के लिए बडी संख्या मे श्रद्धालु बदरीनाथ धाम पंहुच गए है।
पंाडुकेश्वर मे योग बदरी मंदिर व कुबेर मंदिर मे डोलियों के प्रस्थान से पूर्व मुख्य पुजारी श्री रावल व बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने पूजा अर्चना कर सुखद यात्रा की कामना की। पांडुकेश्वर की महिलाओ ने पंरपरांगत परिधान मे पुष्प वर्षा के साथ देव डोलियों को विदा किया। बदरीनाथ पंहचने से पूर्व श्री रावल ने विनायक चटटी मंदिर व हनुमान चटटी मे पौराणिक हनुमानं मंदिर मे पूजा/अर्चना व ध्वज आरोहण किया।
देव डोलियो की यात्रा के दौरान हक-हकूकधारी समाज के अलावा गाडू-घडी तेल कलश , बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, धर्माधिकारी भुवन च्रद उनियाल, अपर धर्माधिकारी सत्य प्रसाद चमोला व राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविन्द्र भटट, उप मुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी, मंदिर अधिकारी मोहन प्रसाद सती, उप मदिर अधिकारी राजेन्द्र सिह चैहान, बीकेटीसी के सदस्य ऋषि प्रसाद सती,, पूर्व सदस्य हरीश डिमरी, सहित अनेक लोग मौजूद थे।