हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली/गोपेश्वर।
सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण एवं भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय से पिछले वर्ष स्वीकृति ग्वालदम -देवाल-वाण-तपोवन सड़क को बीआरओ को सौंपने की मांग को लेकर देवाल के एक शिष्टमंडल ने जिला मुख्यालय गोपेश्वर पहुंच कर जिलाधिकारी से भेट कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा जिसमें आंदोलन की चेतावनी दी।
बुधवार को देवाल के एक शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी गौरव कुमार से भेट कर उन्हें बताया कि ग्वालदम से तपोवन तक भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के द्वारा जनरल स्टाफ सड़क के नाम से एक सड़क की स्वीकृति पिछले वर्ष अक्टूबर माह में दी थी किन्तु राज्य सरकार के द्वारा अनुमति नही मिलने के कारण आज तक भी निर्माण कार्य शुरू नही हो पाया हैं,अब कहा जा रहा है कि ग्वालदम से वांण तक 60 किमी मोटर सड़क
रखरखाव एवं अनुरक्षण का जिम्मा उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग को सौंपने का राज्य सरकार ने भारत सरकार से अनुरोध किया हैं, किंतु आज इन सड़कों की लोनिवि देखरेख एवं अनुरक्षण कर रहा जिसके चलते सड़को की स्थिति बेहद दयनीय बनी हुई है जिससे क्षेत्रीय जनता परेशान बनी हुई हैं। इस मौके पर शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी गौरव कुमार को एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें 8 अक्टूबर तक ग्वालदम-तपोवन स्वीकृति सड़क को डीजीबीआर को सौंपने के ठोस आश्वासन नही मिलने पर
9 दिसम्बर से देवाल में विशाल जुलूस के साथ ही क्रमिक अनशन शुरू कर दिया जाएगा। इस मौके पर संयोजक मंडल
गोविंद सिंह पांगती, पूर्व छात्र नेता महावीर बिष्ट,देवाल के पूर्व प्रधान नरेंद्र बिष्ट,ठेकेदार संघ के अध्यक्ष पुष्कर फर्स्वाण, किशोर घुनियाल, सचिन परिहार आदि सामिल थे। इस मौके पर जिलाधिकारी ने जनभावनाओं को शासन तक पहुंचाने का आश्वासन शिष्टमंडल को दिया।











