फाइल फोटो- पौधरोपण करते पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत का गढवाल भ्रमण 15 जुलाई से होगा, ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में वह मनाएंगे हरेला पर्वं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत कुमायूॅ भ्रमण के बाद अब 6 दिवसीय गढवाल भ्रमण पर रहंेगे। इस दौरान पूर्व सीएम ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में लोकपर्व हरेला पर स्थानीय कार्यकर्ताओं, नागरिकांे, महिला मंगल दलों, वन पंचायतों के साथ वृहद वृक्षारोपण करेंगे। 15 से 20 जुलाई तक गढवाल भ्रमण के तहत पूर्व सीएम पौडी, चमोली, कर्णप्रयाग, रूद्रप्रयाग, व टिहरी मे कई कार्यक्रमों मे भाग लेगें, जिनमे वृक्षारोपण, लोकापर्ण, रक्तदान शिविर, प्रतिष्ठित लेागो से मुलाकात करेगे।
पूर्व सीएम श्री रावत के अनुसार गढवाल भ्रमण का उनका मुख्य उदेश्य पार्टीजनों से मुलाकात के अलावा हरेला पर्व को एतिहासिक बनाना भी है। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण मे हरेला पर्व पर वृक्षारोपण से पर्यावरण जागरूकता के प्रति एक नई अलख जगेगी,उन्होने कहा कि इस बार पीपल, बरगद, गूलर आदि के एक लाख पौधों का लक्ष्य रखा गया है, जिसमे प्रदेश की जनता का भरपूर सहयोग मिलेगां।
पूर्व सीएम ने हरेला महोत्सव अभियान मे बढचढ कर भाग लेने का आवहान करते हुए कहा कि हम सब की जिम्मेदारी बनती है कि ’’एक ब्यक्ति-एक वृक्ष’’ अवश्य लगाएं और पर्यावरण संरक्षण एंव संवर्धन की दिशा मे अपनी भागीदारी सुनिश्चि करें।
बताते चले कि पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत अपने चमोली भ्रमण के दौरान उर्गम घाटी व सुभाॅई- भविष्य बदरी भी पंहुचकर लोगो से भेंट करेगे।