• About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact
Uttarakhand Samachar
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
Uttarakhand Samachar

जय मां हरियाली के उद्घोषों से गूंजा हरियाल पर्वत, योगमाया का बाल स्वरूप है हरियाली देवी

November 6, 2018
in संस्कृति
Reading Time: 1min read
hariyali devi
0
SHARES
501
VIEWS
Share on FacebookShare on WhatsAppShare on Twitter

हर वर्ष की भांति इस बार भी सिद्धपीठ हरियाली देवी की यात्रा का आगाज दीपावली से एक दिन पूर्व किया गया। यात्रा को लेकर स्थानीय ग्रामीणों से लेकर प्रवासियों में खासा उत्साह देखा गया। हरियाली देवी योगमाया का बालस्वरूप है, जो कि शुद्ध स्वरूप में वैष्णवी है।

यात्रा में जसोली गांव की स्थानीय महिलाओं द्वारा मांगलिक गायनों के साथ हरियाली देवी की डोली को नम आखों से हरियाल पर्वत की ओर विदा किया गया। ढोल-नगाड़ो तथा शंख की ध्वनि के साथ हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में जसोली गांव से हरियाली देवी की डोली हरियाल पर्वत की ओर रवाना हुई। हरियाल पर्वत मां हरियाली देवी का मूल उत्पत्ति स्थान है, जिसको देवी का मायका माना जाता है।

मूल मायका होने के कारण साल में एक बार दीपावली पर्व पर मां हरियाली की डोली को हरियाल पर्वत ले जाने की यह पौराणिक परंपरा है, जिसको हरियाली देवी कांठा यात्रा का स्वरूप दिया गया है। हरियाली देवी डोली यात्रा की अगुवाई धर्म भाई हीत और लाटू के निशान द्वारा की गई।

देश की यह एक मात्र ऐतिहासिक देव यात्रा है, जो रात के पहर में की जाती है। इस यात्रा में हजारों श्रद्धालु मां हरियाली की डोली के साथ जसोली गांव से दस किमी पैदल चलकर हरियाली के घने वनों के बीच से होकर अगले दिन सुबह पांच बजे हरियाल पर्वत देवी के मायके मूल मंदिर में पहुंचे। जहां पर देवी के मायके पाबो गांव के लोगों ने डोली का भव्य स्वागत कर देवी को हरियाल पर्वत मंदिर में विराजमान किया।

जिसके पश्चात् देवी के पुरोहितों द्वारा वेद मंत्रो के साथ पूजा-अर्चना की गई और गाय के दूध से निर्मित खीर का देवी को भोग लगाया गया। पूजा अर्चना समाप्त होने के पश्चात् हवन का आयोजन किया गया, जिसमें 108 गायत्री तथा देवी मंत्रों के साथ आहुति दी गई और हवन समाप्त होने के बाद सभी भक्तों को प्रसाद वितरित कर देवी डोली पुुनः जसोली लिए रवाना हुई।

ShareSendTweet
Previous Post

कार चोरी करने आए थे मिल गए रुपये, कार से 3 लाख की नकदी उड़ाई

Next Post

अब अगले वर्ष गरमी में ही होंगे विश्व धरोहर फूलों की घाटी के दीदार

Related Posts

उत्तराखंड

मुख्यमंत्री ने नरेन्द्र सिंह नेगी को उनके 75वें जन्म दिवस पर दी शुभकामनाएं

August 12, 2023
30
उत्तराखंड

दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र में स्थापित लोक संग्रहालय कक्ष का सुप्रसिद्ध लोक संस्कृतिकर्मी जुगल किशोर पेटशाली ने शुभारम्भ किया

August 8, 2023
23
उत्तराखंड

मुख्यमंत्री ने किया उत्तराखण्ड के प्रथम हिमालयन सांस्कृतिक केन्द्र का शुभारंभ

July 7, 2023
51
उत्तराखंड

अजमीर-उदयपुर गेंद मेला एवं विकास समिति थल नदी के तत्वाधान में गेंद मेले का आयोजन

January 15, 2023
151
उत्तराखंड

सामाजिक समरसता का महत्वपूर्ण त्योहार है संक्रांत : बंसल

January 14, 2023
56
उत्तराखंड

गणतंत्र दिवस परेड में कर्तव्य पथ पर देखेगी मानसखण्ड की झांकी

December 30, 2022
61

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Popular Stories

  • चार जिलों के जिलाधिकारी बदले गए

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • डोईवाला : पुलिस,पीएसी व आईआरबी के जवानों का आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण सम्पन्न

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • ऑपरेशन कामधेनु को सफल बनाये हेतु जनपद के अन्य विभागों से मांगा गया सहयोग

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  •  ढहते घर, गिरती दीवारें, दिलों में खौफ… जोशीमठ ही नहीं

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • विकासखंड देवाल क्षेत्र की होनहार छात्रा ज्योति बिष्ट ने किया उत्तराखंड का नाम रोशन

    0 shares
    Share 0 Tweet 0

Stay Connected

संपादक- शंकर सिंह भाटिया

पता- ग्राम एवं पोस्ट आफिस- नागल ज्वालापुर, डोईवाला, जनपद-देहरादून, पिन-248140

फ़ोन- 9837887384

ईमेल- shankar.bhatia25@gmail.com

 

Uttarakhand Samachar

उत्तराखंड समाचार डाॅट काम वेबसाइड 2015 से खासकर हिमालय क्षेत्र के समाचारों, सरोकारों को समर्पित एक समाचार पोर्टल है। इस पोर्टल के माध्यम से हम मध्य हिमालय क्षेत्र के गांवों, गाड़, गधेरों, शहरों, कस्बों और पर्यावरण की खबरों पर फोकस करते हैं। हमारी कोशिश है कि आपको इस वंचित क्षेत्र की छिपी हुई सूचनाएं पहुंचा सकें।
संपादक

Browse by Category

  • Bitcoin News
  • अल्मोड़ा
  • अवर्गीकृत
  • उत्तरकाशी
  • उत्तराखंड
  • उधमसिंह नगर
  • क्राइम
  • खेल
  • चमोली
  • चम्पावत
  • जॉब
  • टिहरी
  • दुनिया
  • देहरादून
  • नैनीताल
  • पर्यटन
  • पिथौरागढ़
  • पौड़ी गढ़वाल
  • बागेश्वर
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • रुद्रप्रयाग
  • वीडियो
  • संपादकीय
  • संस्कृति
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हरिद्वार
  • हेल्थ

Recent News

कोटद्वार शहरी क्षेत्र में भी गोट वैली डेवलप कर गंगा गाय योजना में दुग्ध क्लस्टर विकसित करे

September 25, 2023

भाजपा मंडल थराली कार्यालय में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उनके फोटो पर माल्यार्पण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की

September 25, 2023
  • About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.